वाराणसी : काशी विद्यापीठ में छात्रों का उग्र प्रदर्शन, प्रवेश सेल का पुतला फूंका, प्रशासन पर तानाशाही के आरोप

WhatsApp Channel Join Now

वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्रों का आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन की अनदेखी और छात्रों की मांगों की अनसुनी के चलते अब छात्रों का धैर्य जवाब देने लगा है। पिछले 18 दिनों से छात्र अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। छात्रों ने प्रवेश सेल का पुतला दहन किया। वहीं मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। 

vns

प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रवेश प्रणाली में पारदर्शिता की मांग करते हुए प्रवेश सेल का पुतला दहन किया। छात्रों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर जल्द गौर नहीं किया गया तो आंदोलन और भी उग्र रूप ले सकता है। छात्रों का कहना है कि वे किसी भी तरह की मनमानी या सिफारिशी प्रणाली को बर्दाश्त नहीं करेंगे। 

 

छात्र शशांक शेखर ने बताया कि हम 18 दिनों से यहां धरने पर बैठे हैं, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। रजिस्ट्रार का रवैया पूरी तरह तानाशाही वाला है और कुलपति महोदय केवल आश्वासन देकर लौट जाते हैं। हमें धमकाया जा रहा है, जुमलेबाजी की जा रही है।"

 

शशांक ने आगे कहा, "हम सभी छात्र किसी के बेटे हैं, अनाथ नहीं हैं। अगर विश्वविद्यालय ने जल्द हमारी मांगों को नहीं माना तो हम उग्र आंदोलन करेंगे और कुलपति को हमारे सामने झुकना पड़ेगा।" इस बीच छात्रों ने विश्वविद्यालय की सभी फैकल्टियों को बंद करा दिया और चेताया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे पीछे नहीं हटेंगे। प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रशासन पर छात्रों की आवाज दबाने का भी आरोप लगाया।

Share this story