वाराणसी : निजीकरण के खिलाफ अभियंताओं ने भरी हुंकार, सरकारी नीतियों पर जताया आक्रोश, आंदोलन जारी रखने की दी चेतावनी 

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वाराणसी। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के आह्वान पर वाराणसी क्षेत्र (प्रथम व द्वितीय) के अभियंताओं ने दो दिवसीय विधुत सुधार गोष्ठी के दूसरे दिन भी पूरी मजबूती के साथ भाग लिया। मुख्य अभियंता कार्यालय के प्रांगण में आयोजित इस कार्यक्रम में वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर और चंदौली जनपदों के सभी अवर अभियंता व प्रोन्नत अभियंता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इस दौरान निजीकरण के खिलाफ आवाज बुलंद की। साथ ही सरकार की गलत नीतियों के विरोध में आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी। 

इस दौरान ऊर्जा प्रबंधन द्वारा प्रस्तावित पीपीपी मॉडल और विद्युत विभाग के निजीकरण के खिलाफ विरोध दर्ज कराना। सभा के दौरान वक्ताओं ने वर्तमान ऊर्जा नीति, संसाधनों की कमी, फिजूलखर्ची, और सरकारी तंत्र को नजरअंदाज करते हुए निजीकरण की ओर बढ़ते कदमों पर जमकर प्रहार किया। इं. अनिल शुक्ला ने कहा, “विभाग की वर्तमान स्थिति बेहद दयनीय हो चुकी है। जो आईएएस अधिकारी कुछ समय के लिए विभाग के शीर्ष पदों पर आते हैं, वे नई-नई योजनाएं और ऐप्स लाते हैं लेकिन फील्ड में मौजूद जमीनी हकीकत को नजरअंदाज करते हैं। ये योजनाएं फेल मैनेजमेंट के कारण कुछ ही समय में ठंडे बस्ते में चली जाती हैं। वहीं, यार्डस्टिक के अनुसार न तो पर्याप्त संसाधन हैं, न ही मानवबल, जिससे राजस्व घाटा बढ़ता जा रहा है।”

उन्होंने कहा कि समय रहते यदि विभाग में सुधारात्मक कदम उठाए जाएं तो सरकारी व्यवस्था के अंतर्गत भी इसे निजी व्यवस्था से बेहतर बनाया जा सकता है। निजीकरण से किसान, कर्मचारी और विद्यार्थी वर्ग पर गंभीर असर पड़ेगा और सामाजिक असंतुलन की स्थिति उत्पन्न होगी। इं. मुरलीधर ने कहा, “ऊर्जा विभाग आज पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने की मंशा से काम कर रहा है, न कि विभाग और उपभोक्ताओं के हित के लिए। निजीकरण से न तो सेवा सुधरेगी और न ही आम जनता को कोई लाभ होगा।”

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे क्षेत्रीय अध्यक्ष इं. पंकज जायसवाल ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा, “निजीकरण किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा। यदि केंद्र सरकार और ऊर्जा प्रबंधन ने निजीकरण की प्रक्रिया पर शीघ्र विराम नहीं लगाया, तो संगठन को अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। हम अंतिम स्तर तक संघर्ष के लिए तैयार हैं।” सभा का संचालन क्षेत्रीय सचिव इं. रोहित कुमार ने किया। उन्होंने सभी अभियंताओं से एकजुटता का आह्वान करते हुए कहा कि संगठन की शक्ति ही इस लड़ाई का सबसे बड़ा हथियार है।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से इं. नीरज बिंद, इं. रवि कुमार चौरसिया, इं. दीपक गुप्ता, इं. विपिन गुप्ता, इं. सियाराम यादव, इं. उपेंद्र कुमार, इं. आनंद सिंह, इं. ज्योति भास्कर सिन्हा, इं. रामाशीष, इं. इंद्रजीत पटेल, इं. मनोज पटेल, इं. इंद्रजीत सिंह, इं. रितेश कुमार निषाद, इं. दीपू, इं. विनम्र पटेल, इं. सतीश बिंद, इं. अमित कुमार श्रीवास्तव, इं. कमलेश प्रजापति, इं. दिनदयाल, इं. गुलाब प्रजापति, इं. शिवजीत यादव, इं. कुलदीप यादव, इं. प्रदीप सिंह, इं. शशिकांत पटेल, इं. अनिल कुमार, इं. संजय कुमार, इं. घनश्याम सहित अनेक प्रोन्नत व अवर अभियंता उपस्थित रहे।

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