वाराणसी : विद्युत पेंशनर्स का अधिवेशन, पेंशन को आयकर मुक्त करने की उठाई मांग

वाराणसी। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन, उत्तर प्रदेश के पेंशन प्रकोष्ठ पूर्वांचल का 11वां वार्षिक महाधिवेशन शहर के एक लॉन में सम्पन्न हुआ। दो सत्रों में आयोजित इस महाधिवेशन का उद्घाटन पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक शंभु कुमार (आईएएस) द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
प्रथम सत्र में स्मारिका “शक्ति संदेश” का विमोचन हुआ। महासचिव इं. एस.एल.आर. गुप्ता द्वारा 28 सूत्रीय मांग पत्र प्रस्तुत किया गया। प्रमुख मांगों में पेंशन को आयकर से मुक्त करना, कैशलेस चिकित्सा सुविधा, चिकित्सा भत्ता 1000 रुपये प्रति माह, एलएमवी-10 की सुविधा की बहाली और पुरानी पेंशन योजना को सभी कार्मिकों पर लागू करना शामिल रहा।
संगठन ने पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों के प्रस्तावित निजीकरण का विरोध करते हुए इसे तत्काल निरस्त करने की मांग की। साथ ही, पूर्ण पेंशन की स्थापना 10 वर्षों में करने, पेंशन की जब्ती पर रोक, वरिष्ठ नागरिकों के लिए ओल्ड एज केयर होम की स्थापना, तथा रेलवे, रोडवेज और हवाई सेवाओं में रियायत देने की मांग भी प्रमुखता से उठाई गई।
दूसरे सत्र में महासचिव व अन्य पदाधिकारियों की रिपोर्टों पर विचार-विमर्श हुआ। संगठन की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें आर.के. पाण्डेय अध्यक्ष, इं. एस.एल.आर. गुप्ता महासचिव, और इं. सुदामा तिवारी को वित्त सचिव नामित किया गया। सम्मेलन को मुख्य अतिथि शंभु कुमार, निदेशकगण इं. आर.के. जैन, इं. जितेन्द्र नलवाया, संतोष कुमार जाड़िया, इं. अनिल कुमार वर्मा सहित कई वरिष्ठ इंजीनियरों एवं संगठन के नेताओं ने संबोधित किया। सम्मेलन का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जहां संगठन ने एक बार फिर पेंशनरों की समस्याओं के समाधान और अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प दोहराया।