वाराणसी : डीएम ने एसआईआर कार्यों का किया निरीक्षण, बोले, कोई भी पात्र मतदाता सूची से वंचित न रहे

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वाराणसी। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से चलाए जा रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत गुरुवार को जिलाधिकारी तथा जिला निर्वाचन अधिकारी सत्येंद्र कुमार ने शिवपुर स्थित कंपोजिट विद्यालय मल्टीस्टोरी (कांशीराम आवास, इंद्रपुर) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बूथवार तैयार किए जा रहे ASD (अनुपस्थित, शिफ्टेड एवं मृतक) श्रेणी के मतदाताओं की अद्यतन स्थिति का विस्तृत अवलोकन किया तथा एसआईआर (स्पेशल इन्डेक्स रजिस्टर) प्रपत्रों की जांच कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।

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डीएम ने उपस्थित बीएलओ को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी पात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची से छूटना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी मतदाता का नाम त्रुटिवश ASD श्रेणी में चिह्नित हो गया है, तो उसे तत्काल रोल बैक किया जाए। बीएलओ को सख्त निर्देश दिए गए कि जिन मतदाताओं के एसआईआर फॉर्म अभी लंबित हैं, उनके घर-घर पहुंचकर सत्यापन पूर्ण किया जाए तथा अपलोड करते समय नाम क्यों हटाया जा रहा है, इसकी विस्तृत टिप्पणी अनिवार्य रूप से दर्ज की जाए।

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उन्होंने कहा कि बीएलओ द्वारा वितरित बूथवार गणना प्रपत्र को वर्ष 2003 की मतदाता सूची से मैप करते हुए उन मतदाताओं की पहचान सुनिश्चित की जाए, जिन्होंने अब तक प्रपत्र वापस जमा नहीं किए हैं। ऐसे मतदाता जो लंबे समय से अनुपस्थित हैं, किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट हो चुके हैं, मृत्यु हो चुकी है, या जिनकी दोहरी प्रविष्टि पाई गई है, उन सभी की जानकारी ASD श्रेणी में डाली जा रही है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि ऐसे प्रत्येक ASD-मार्क मतदाता के घर जाकर पुन: सत्यापन कराएं तथा आवश्यक होने पर स्थानीय परिवार या पड़ोसी से हस्ताक्षर करवा कर प्रमाणित करें।

डीएम ने जोर देते हुए कहा कि बीएलओ अपने-अपने बूथ क्षेत्र में संबंधित बीएलए (BLA) के साथ बैठक कर सभी ASD मतदाताओं की सूची साझा करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि ASD श्रेणी में चिह्नित मतदाताओं की सूची बूथ पर सार्वजनिक रूप से चस्पा कर दी जाए, ताकि स्थानीय लोग भी उसमें त्रुटियों की जानकारी दे सकें।

निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने कटिंग मेमोरियल इंटरमीडिएट कॉलेज में चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यों का भी अवलोकन किया। उन्होंने वहां की प्रगति की सराहना करते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध और त्रुटिरहित पुनरीक्षण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी के इस औचक निरीक्षण का उद्देश्य मतदाता सूची को अधिकतम शुद्धता, पारदर्शिता और पूर्णता प्रदान करना था, ताकि आगामी चुनावों में कोई भी पात्र मतदाता अपने मताधिकार से वंचित न रहे।

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