वाराणसी : एआई आधारित अल्ट्रा पोर्टेबल एक्स-रे मशीन से आसान हुई टीबी जांच, एक मिनट में मिल रहा परिणाम

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वाराणसी। श्री शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय जिला चिकित्सालय कबीरचौरा स्थित जिला क्षय रोग केंद्र (डीटीसी) पर शुक्रवार को आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेंस (एआई) आधारित अल्ट्रा पोर्टेबल एक्स-रे मशीन के माध्यम से विशेष स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी के निर्देशन में आयोजित पहले विशेष स्क्रीनिंग कैंप में 40 व्यक्तियों की जांच की गई। इसमें 10 व्यक्ति पॉज़िटिव पाए गए। इन सभी पॉज़िटिव व्यक्तियों की अब सीबी नाट मशीन से बलगम (स्पूटम) की जांच की जाएगी। इसके बाद सभी रोगियों को निक्षय पोर्टल 2.0 पर नोटिफ़ाई कर तत्काल उपचार शुरू किया जाएगा। साथ ही निक्षय पोषण योजना के तहत डीबीटी के माध्यम से मरीज के बैंक खाते में निर्धारित धनराशि भेजी जाएगी।

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सीएमओ ने बताया कि आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेंस (एआई) आधारित अल्ट्रा पोर्टेबल एक्स-रे मशीन ने जनपद में टीबी जांच प्रक्रिया को बेहद खास, सुलभ और आसान बना दिया है। एआई के माध्यम से की जा रही एक्स-रे जांच का परिणाम एक मिनट के अंदर मिल जा रहा है। टीबी सक्रिय रोगी खोज (एसीएफ़) अभियान और टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी (टीपीटी) को सुदृढ़ करने के लिए सरकार की ओर से यह खास पहल की गई है। इसमें विलियम जे क्लिंटन फ़ाउंडेशन (डबल्यूजेसीएफ़) व सेंटर फॉर हेल्थ रिसर्च इनोवेशन (सीएचआरआई) का अहम योगदान है।

जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ पीयूष राय ने बताया कि सेंट्रल टीबी डिवीज़न से डब्ल्यूजेसीएफ़ एवं सीएचआरआईके सहयोग से यह एक्स-रे मशीन प्राप्त हुई है। यह सुविधा उन उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों की टीबी यूनिट या वार्ड, ब्लॉक व गांव में विशेष रूप से प्रदान की जा रही है, जहां एसीएफ़ अभियान के दौरान सर्वाधिक टीबी रोगी मिले हैं अथवा मिलते हैं। इन स्थानों को चिह्नित कर लिया गया है, जहां पर विशेष शिविर लगाकर टीबी के संभावित लक्षण वाले व्यक्तियों की जांच एआई आधारित एक्स-रे के द्वारा की जा रही है। 

उन्होंने बताया कि अगले एक माह तक नगर की टीबी यूनिट क्रमशः डीटीसी, राजघाट, चौकाघाट, भेलूपुर, चेतगंज और पाण्डेयपुर में विशेष स्क्रीनिंग शिविर लगाकर टीबी संभावित लक्षण वाले व्यक्तियों की एक्स-रे जांच की जाएगी। एमओटीसी डॉ अन्वित श्रीवास्तव ने बताया कि एक्स-रे जांच में पॉज़िटिव आने वाले व्यक्तियों के बलगम की जांच सीबी नाट के जरिए की जाएगी। इसमें टीबी की पुष्टि होने पर तत्काल रोगियों का उपचार शुरू किया जाएगा। सरकार की ओर से सभी राजकीय चिकित्सालयों और स्वास्थ्य केन्द्रों में जांच व उपचार की सुविधा उपलब्ध है।


सीएचआरआई की डिस्ट्रिक्ट सुपरवाइज़र निष्ठा वर्मा ने बताया कि यह पायलट प्रोजेक्ट वाराणसी समेत गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, देवरिया, अम्बेडकर नगर और आगरा में संचालित किया जा रहा है। इस मौके पर जिला पीपीएम समन्वयक नमन गुप्ता, डीपीटीसी विनय मिश्रा, कम्युनिटी कोऑर्डिनेटर चन्दन व सत्यप्रकाश, टेक्नीशियन रामाशीष, एसटीएस, एसटीएलएस, डाटा ऑपरेटर एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे। 

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