वाराणसी : तीन करोड़ लखपति दीदियां बनाई जाएंगी, तीन दिवसीय समागम शुरू
वाराणसी। देश में तीन करोड़ लखपति दीदियां बनाई जाएंगी। दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से 12-14 सितंबर तक त्रिद्विशीय राष्ट्रीय आजीविका समागम का आयोजन पहली बार एक पहल के रूप में रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर मे किया जा रहा है। समागम सम्मेलन गुरुवार को विधिवत शुरू हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से आगामी गत वर्षों मे 3 करोड़ लखपति दीदियाँ बनाए जाने के दूरदर्शी लक्ष्य की दिशा मे पहल की जा रही है। इसी लक्ष्य प्राप्ति हेतु यह तीन दिवसीय कार्यक्रम स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के स्थायी ग्रामीण आजीविका के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा, जो सरकार के व्यापक लक्ष्यों के साथ जुड़े हुए हो।
इसके अतिरिक्त सम्मेलन का उद्देश्य 1 बिलियन डॉलर या उससे अधिक के मूल्यांकन वाले 50 यूनिकॉर्न उत्पादक संगठनों की स्थापना को बढ़ावा देना है, जिसमें 75 लाख महिलाओं को मूल्य वृद्धि श्रृंखलाओं में एकीकृत करना है, जो उत्पादकता और वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा देते हो। सम्मेलन में प्रतिभागियों की एक विस्तृत श्रृंखला सम्मिलित हो रहीं हैं। इनमें ग्रामीण विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, देश के विभिन्न राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के राज्य, जिला और ब्लॉक मिशन प्रबंधक, यंग प्रोफेशोनल्स, राष्ट्र स्तरीय आजीविका संवर्ध के विशेषज्ञ, एसएचजी के संकुल संघों के पदाधिकारी, ग्रामीण विकास क्षेत्र से जुड़े व्यवसायी, निजी क्षेत्र के प्रमुख आदि सभी हितग्राही भागीदार रहे।
सम्मेलन के प्रमुख विषय कृषि आजीविका, गैर-कृषि आजीविका, उत्पादक संस्थानों का विस्तार, मूल्य श्रृंखला विकास, वित्तीय समावेशन और डिजिटल वित्त, सामाजिक समावेशन पर संरचित होगा। इसमें प्रतिभागियों के 12 उप समूह ग्रामीण आजीविका से संबंधित महत्वपूर्ण निम्नलिखित विषयों पर गहन चर्चा होगा। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका की मिशन निदेशक दीपा रंजन ने कार्यक्रम में आए सभी का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए सभी प्रतिभागीयों को सम्मेलन के उद्देश्य से संबोधित किया। इसी क्रम मे संयुक्त सचिव, ग्रामीण विकास, स्वाति शर्मा ने समागम के लक्ष्यों एवं दीर्घ कालीन लक्ष्यों जैसे 75 लाख महिलाओं को मूल्य वृद्धि श्रृंखलाओं में एकीकृत करने के बारे में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने लखपति दीदियों के आजीविका रजिस्टर को अवगत कराया गया।
15 फरवरी 2024 मे लखपति दीदियों की आजीविका के वर्तमान स्तर तथा उसमे क्रमिक परिवर्तन को मोबाइल ऐप के माध्यम से एकत्रित करने के लिए लखपति दीदी की पहचान करने तथा उनके लिए ऑनलाइन आजीविका रजिस्टर को भरे जाने की दिशा मे प्रदेशों की अद्यतन प्रगति को रेखांकित किया। इसी क्रम में राजेश्वरी, डायरेक्टर, भारत सरकार तथा रमन वाघवा डेप्युटी डायरेक्टर, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वयं सहायता समूहों के व्यापार की चुनौतियों, आवश्यकताओं तथा आगामी रोडमेप पर इस वर्ष की चुनौतियों की पूर्ति की चर्चा की। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों के स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को देखा ओर उनसे व्यापार को बढ़ाने के उपायों पर चर्चा भी की गयी।
समागम सम्मेलन मे संयुक्त सचिव, ग्रामीण विकास स्वाति शर्मा, डायरेक्टर राजेश्वरी, ग्रामीण विकास मंत्रालय, मिशन निदेशक दीपा रंजन, उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, मनीष बंसल, राज्य मिशन निदेशक, गुजरात, निशा चौधरी, राज्य मिशन निदेशक, गुजरात एवं रमन वाधवा, उप निदेशक, ग्रामीण विकास मंत्रालय मौजूद रहे। इस समागम सम्मेलन मे शैलेश कुमार सिंह, सचिव, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार, हिमांशु कुमार, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास, गौरी शंकर प्रियदर्शी, आयुक्त ग्राम्य विकास, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल एवं अन्य प्रदेशों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी भी ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहे।
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