वाराणसी : 108 कुंडीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ का समापन, वैदिक मंत्रोच्चार के बीच समर्पित की आहुतियां

वाराणसी। गायत्री शक्तिपीठ, दानुपुर चांदमारी में आयोजित 108 कुण्डीय शक्ति संवर्द्धन गायत्री महायज्ञ का समापन हवन, संस्कार और नारी जागरण दीप महायज्ञ के साथ हुआ। इस महायज्ञ में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आहुतियां समर्पित कीं।
समारोह का शुभारंभ सुबह योग, ध्यान और प्राणायाम सत्र से हुआ। इसके बाद विभिन्न संस्कार समारोह आयोजित किए गए, जिनमें 356 लोगों का दीक्षा संस्कार, 60 बच्चों का विद्यारंभ संस्कार और 32 गर्भवती महिलाओं का पुंसवन संस्कार संपन्न हुआ। इस अवसर पर जिला युवा समन्वयक विद्याधर मिश्र के नेतृत्व में सैकड़ों युवाओं ने नशा न करने का संकल्प लिया।
महायज्ञ के समापन से पूर्व नारी जागरण दीप महायज्ञ का भव्य आयोजन हुआ, जिसका नेतृत्व गायत्री तीर्थ शांतिकुंज, हरिद्वार की अखिल विश्व महिला मंडल प्रमुख श्रद्धेया शेफाली पंड्या ने किया। उन्होंने नारी उत्थान पर बल देते हुए कहा कि "नारी सशक्तिकरण के बिना समाज और राष्ट्र की उन्नति संभव नहीं है।" समापन सत्र में 108 कुण्डों पर गायत्री महामंत्र, महामृत्युंजय महामंत्र और सूर्य गायत्री महामंत्र के साथ आहुतियां समर्पित कराई गईं। टोली नायक श्रीमती संध्या तिवारी ने संस्कारों के महत्व पर प्रकाश डाला। आयोजन में गायत्री परिवार के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं, उप जोन समन्वयक रामजीत पांडेय, जिला समन्वयक गंगाधर उपाध्याय सहित हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे।
समापन सत्र के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के श्रम मंत्री अनिल राजभर रहे। अतिथियों का स्वागत गायत्री परिवार के वरिष्ठ सदस्यों ने किया। भक्ति संगीत प्रस्तुति से आयोजन में भक्तिमय वातावरण बना रहा।