नॉन नेट शोध छात्रों का फैलोशिप बढ़ाए जाने की मांग, विश्वविद्यालय प्रशासन का किया शुद्धि बुद्धि यज्ञ
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में नान-नेट शोध वृत्ति वृद्धि हेतु अनिश्चितकालीन धरना के उन्नीसवें दिन शोधार्थियों ने क्रमिक अनशन के दूसरे दिन मनमोहन तिवारी भुख हड़ताल पर 10 बजे से ही बैठे है। विश्वविद्यालय प्रशासन के संवेदनहीनता को देखते हुए शनिवार को 12 बजे से कुलपति को सद्बुद्धि प्रदान करने के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। साथ ही शिव तांडव स्त्रोत्र का पाठ किया गया।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के बिड़ला बी छात्रावास में शनिवार दोपहर को शोध छात्रों की नान नेट फैलोशिप बढ़ाने के समर्थन में उचित रणनीति बनाने हेतु आवश्यक बैठक की गई। जिसमें विभिन्न संकायों के दर्जनों शोध छात्रों ने हिस्सा लिया।
शोध छात्रों द्वारा नॉन-नेट फैलोशिप को 8000 से बढ़ाकर 25000 किए जाने की मांग पिछले 19 दिनों से विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय के गेट पर शांतिपूर्ण धरना देकर की जा रही है।
शोध छात्रों के 19 दिन के धरने के बाद भी बीएचयू प्रबंधन द्वारा वार्ता या बीच का रास्ता निकालने के लिए कोई आवश्यक कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। बीएचयू प्रबंधन और प्रशासन शोध छात्रों की संयम की परीक्षा ले रहा है। आज शोध छात्र फैलोशिप बढ़ाने की मांग को लेकर शोध कार्यों से विरक्त होकर सड़कों पर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं और बीएचयू प्रबंधन आंखों पर पट्टी बांधकर चुपचाप देख रहा है।
बिड़ला बी छात्रावास में बैठक के बाद दर्जनों शोध छात्रों ने बाइक रैली निकालकर विश्वविद्यालय प्रांगण में भ्रमण करते हुए केंद्रीय कार्यालय मुख्य गेट धरना स्थल पर पहुंचकर फेलोशिप बढ़ाने की मांग को समर्थन दिया।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।