अल्ट्रापोर्टेबल एक्स-रे मशीन से तुरंत हो रही टीबी जांच, एक मिनट में उपलब्ध हो रही रिपोर्ट
वाराणसी। जिले में क्षय रोग नियंत्रण के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में चलाए जा रहे अभियानों में अल्ट्रापोर्टेबल हैंडहेल्ड एक्स-रे मशीन से मरीजों की तुरंत जांच हो रही है। वहीं एक मिनट के अंदर रिपोर्ट भी आ रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सोमवार को आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्वास्थ्य उपकेन्द्र करघना प्रथम में आयोजित कैम्प में इस मशीन की सहायता से 180 मरीजों की जांच की गई, जिसकी रिपोर्ट केवल एक मिनट में प्राप्त हुई।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि यह उन्नत मशीन सेंट्रल टीबी डिवीज़न के सहयोग से विलियम जे क्लिंटन फाउंडेशन (WJCF) की सहायता से प्राप्त की गई है। इस मशीन से टीबी की शीघ्र पहचान संभव हो पाई है, जिससे रोगियों का समय रहते उपचार शुरू किया जा सकता है।"जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. पीयूष राय ने बताया कि मार्च 2024 से शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में इस प्रकार के कैम्प नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं। अब तक कुल 133 कैम्पों में 9035 मरीजों की स्क्रीनिंग की गई है, जिसमें से 652 मरीजों में टीबी की संभावना पाई गई है, जिनमें से 58 का इलाज चल रहा है।
वर्ल्ड बैंक की टीम ने हाल ही में आयोजित कैम्प का निरीक्षण किया और शिवपुर में सीबीनाट टेस्ट की साइट का दौरा किया। टीम ने मरीजों की पहचान, जांच और इलाज में सुधार के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आगामी दिनों में टीम कलोनिया और बीएचयू भी दौरे पर जाएगी। डीटीओ डॉ. राय ने जोर देकर कहा, "एक्स-रे मशीन से तुरंत रिपोर्ट मिलने से इलाज में तेजी आई है। टीबी के लक्षण जैसे दो सप्ताह से अधिक खांसी, बलगम में खून आना, वजन कम होना, भूख न लगना, सीने में दर्द, शाम को हल्का बुखार आदि महसूस होने पर तुरंत जांच करवाना आवश्यक है।" स्वास्थ्य विभाग की इस पहल से वाराणसी जिले में टीबी के सक्रिय रोगियों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, जिससे क्षय रोग के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी।

