निजीकरण के खिलाफ बिजलीकर्मी लामबंद, अवर अभियंताओं की दो दिवसीय गोष्ठी, वाराणसी में जोरदार प्रदर्शन

वाराणसी। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संघ के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर वाराणसी क्षेत्र (प्रथम एवं द्वितीय) के मुख्य अभियंता कार्यालय प्रांगण में दो दिवसीय ‘विधुत सुधार गोष्ठी’ का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर और चंदौली जनपदों के सभी अवर अभियंता और प्रोन्नत अभियंता बड़ी संख्या में शामिल हुए। कार्यक्रम में ऊर्जा विभाग द्वारा प्रस्तावित पीपीपी मॉडल और निजीकरण के खिलाफ खुलकर विरोध दर्ज किया गया।
गोष्ठी का उद्देश्य न सिर्फ निजीकरण का विरोध करना था, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी था कि जनता को सस्ती, निर्बाध और गुणवत्तापूर्ण बिजली कैसे उपलब्ध कराई जा सकती है। इस दौरान वक्ताओं ने वर्तमान ऊर्जा प्रबंधन की नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए। सभा को संबोधित करते हुए पूर्वांचल सचिव इंजीनियर नीरज बिन्द ने कहा कि विभाग में यार्ड-स्टिक के अनुसार संसाधनों की भारी कमी है। उन्होंने प्रबंधन पर फिजूलखर्ची रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया, जिससे राजस्व घाटा बढ़ रहा है। नीरज बिन्द ने यह भी कहा कि यदि सरकारी ढांचे में सुधार किया जाए, तो निजीकरण की आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि निजीकरण से किसानों, कर्मचारियों और छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा।
वहीं केंद्रीय उपमहासचिव इंजीनियर दीपक गुप्ता ने कहा कि ऊर्जा प्रबंधन पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने की नीयत से काम कर रहा है, न कि विभाग के उत्थान के लिए। सभा की अध्यक्षता कर रहे क्षेत्रीय अध्यक्ष इंजीनियर पंकज जायसवाल ने कहा कि किसी भी हालत में निजीकरण को स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि यदि निजीकरण की प्रक्रिया पर जल्द विराम नहीं लगाया गया, तो संगठन वृहद आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
गोष्ठी का संचालन क्षेत्रीय सचिव इंजीनियर रवि कुमार चौरसिया ने किया। कार्यक्रम में सभी सदस्यों ने एक स्वर में निजीकरण का विरोध करते हुए संकल्प लिया कि वे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं और निजीकरण के विरुद्ध हर स्तर पर संघर्ष करेंगे। इस अवसर पर प्रमुख रूप से इंजीनियर रोहित कुमार, इंजीनियर अनिल शुक्ला, इंजीनियर सियाराम यादव, इंजीनियर विपिन गुप्ता, इंजीनियर उपेंद्र कुमार, इंजीनियर मिथलेश यादव, इंजीनियर प्रमोद यादव, इंजीनियर रामाशीष, इंजीनियर इंद्रजीत पटेल, इंजीनियर अभिषेक केसरवानी, इंजीनियर अमित श्रीवास्तव, सहित चारों जनपदों के सैकड़ों अभियंता उपस्थित रहे।