फर्जी दस्तावेज तैयार कर आश्रम की जमीन हड़पी, दो गिरफ्तार
गिरफ्तार अभियुक्त राजऋषि यादव चोलापुर थाना क्षेत्र के बेला का रहने वाला है। वर्तमान में वह सारनाथ क्षेत्र के परशुरामपुर में रह रहा था। वहीँ गिरफ्तार अनिल कुमार पटेल परशुरामपुर का ही रहने वाला है। दोनों को पुलिस ने दबिश देकर गुरुवार देर रात गिरफ्तार किया।
प्रकरण के मुताबिक, 2 फरवरी 2024 को आश्रम के दिवंगत महंत जोगिंदर दास के चेले बालक दास ने सारनाथ थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें बताया था कि बालक दास 10 वर्ष की अवस्था से ही घर बार त्याग कर भक्ति भाव से आश्रम में अपनी सेवा दे रहे हैं। आश्रम के महंत स्व० जोगिन्दर दास ने अपने चेले बालक दास को 14 अक्टूबर 2003 को वसीयत करके अपना उत्तराधिकारी बना दिया।
इसी बीच 17 दिसम्बर 2020 को जोगिन्दर दास की मृत्यु हो गई। बाबा जोगिन्दर दास की मृत्यु के पश्चात् आरोपी राजऋषि यादव अपने मित्र अनिल कुमार पटेल जो कि अक्सर आश्रम पर आता-जाता था, दोनों ने एक दिन कूटनीति तरीके से बालक दास से सादे कागज पर हस्ताक्षर करा लिया और धोखे में रहकर मूल वसीयत, आधार कार्ड, फोटो, गुरू जोगिन्दर दास जी का मृत्यु प्रमाण पत्र ले लिया।
इसके बाद आरोपियों ने सभी डॉक्यूमेंट के आधार पर अपना नाम भी राजस्व अभिलेखों में दर्ज करवा लिया। जब इसकी जानकारी बालक दास को हुई तो उन्होंने आरोपियों से बात किया और कहा कि मैं इसकी शिकायत करूँगा। इतने में इन लोगों ने आक्रोशित भाव से बालक दास को भला बुरा कहा और जान से मारने की धमकी देते हुए दौड़ा लिया। बालक दास ने किसी तरह आश्रम में भागकर अपनी जान बचायी। घटना के वक्त मौके पर बहुत से भक्त व अनुयायियों के आ जाने के कारण ये लोग मौके से भाग गये।
बालक दास ने पुलिस के पास दर्ज शिकायत में बताया कि ये लोग बार-बार प्रार्थी को जान से मारने की धमकी देते है, कहते है कि तुमको मार दूंगा, तो आश्रम स्वतः ही हम लोगों के नाम हो जायेगा। पुलिस इन दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्यवाही कर रही है।
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