काशी में शहीद उधम सिंह को दी गई श्रद्धांजलि, प्रतिमा स्थापना और स्मृति संरक्षण की उठी मांग

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वाराणसी। जलियांवाला बाग नरसंहार के वीर प्रतिशोधकर्ता शहीद उधम सिंह की 106वीं शहादत दिवस पर वाराणसी में रविवार को शहीद उधम सिंह स्मारक समिति ट्रस्ट द्वारा एक विशेष श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर काशीवासियों, धार्मिक नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें नमन किया और उनके योगदान को याद किया। 

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वाराणसी पुलिस के जवानों ने कार्यक्रम स्थल पर "गार्ड ऑफ ऑनर" देकर शहीद को सम्मानित किया। घुड़सवार नवजवानों ने बिगुल बजाकर वातावरण को देशभक्ति से भर दिया। चारों धर्मों के अनुयायियों वेद पाठ, कुरान की आयतें, बाइबिल पाठ और गुरु ग्रंथ साहिब की वाणी के संग पाठ कर एकता और श्रद्धा का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया गया।  

ट्रस्ट के चेयरमैन उदय नारायण सिंह ने कहा कि उधम सिंह विश्व स्तर पर शहीदों में सर्वोच्च स्थान रखते हैं, जिन्होंने सात समंदर पार जाकर जनरल डायर को मारकर जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लिया। उन्होंने बताया कि शहीद के पहले मित्र व स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय बालमुकुंद सिंह की आदमकद प्रतिमा की उत्तर प्रदेश सरकार से स्वीकृति मिल चुकी है, जो शीघ्र ही उधम सिंह पार्क में स्थापित की जाएगी।

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सभा में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित हुआ कि पंचमुहानी गिरजाघर का नाम बदलकर "शहीद उधम सिंह पंचमुहानी" किया जाए। इसके अतिरिक्त, शहीद पार्क में एक संग्रहालय, वाचनालय और उनके वाराणसी प्रवास से जुड़ी स्मृतियों को संरक्षित करने की भी मांग की गई। प्रार्थना सभा का संचालन उदय नारायण सिंह ने किया और अध्यक्षता दीपक सिंह ने की। धन्यवाद ज्ञापन विजय नारायण सिंह व अजित सिंह ने किया। कार्यक्रम में काशी राज परिवार के डॉ. अशोक सिंह, डॉ. सत्यदेव सिंह, बी.के. सिंह (एल.ए.एस.), फादर आनंद, साधु-संतों समेत अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।

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सभा में पूर्व अध्यक्ष स्व. मंगल सिंह को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिनका निधन इसी दिन 2016 में इसी कार्यक्रम के दौरान हुआ था। स्मारक समिति ने रोपवे प्रबंधक सुब्बाराव व प्रोजेक्ट मैनेजर पूजा मिश्रा से निवेदन किया कि शहीद उधम सिंह की प्रतिमा रोपवे स्टेशन के साथ सम्मानपूर्वक स्थापित की जाए तथा पार्क का निर्माण शीघ्र किया जाए।

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