पुलिसिया उत्पीड़न से तंग काशी के टोटो चालक पहुंचे जिलाधिकारी के दरबार, रोजी-रोटी बचाने की लगाई गुहार
वाराणसी। काशी के ई रिक्शा / टोटो चालक मंगलवार को नौ सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने जिलाधिकारी से रोजी रोटी बचाने की गुहार लगाई। उन्होंने जिलाधिकारी के नाम संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा। उप जिलाधिकारी ने टोटो यूनियन को आश्वासन दिया है कि उनकी बातों को गंभीरता से लेकर उस पर कार्यवाही की जाएगी।
अखिल भारतीय टोटो यूनियन के अध्यक्ष प्रवीण काशी का कहना है कि यातायात विभाग की तरफ से एक गलत रूट बनाया जा रहा है, जिससे कि चालकों की कमाई खत्म होने की आशंका है। पहले ही टोटो चालक अपने बैंक की किश्त समय पर नहीं दे पा रहा है, कई बार चार्जिंग के पैसे भी नहीं हो पा रहे हैं। इसके अलावा स्मार्ट सिटी के ओर से 100 बसें चलाई जा रही हैं। उससे हमारे रोजगार खत्म हो जाएंगे। हम यह चाहते हैं कि बसों को चलाया जाए, लेकिन दूर दराज क्षेत्र के लिए चलाया जाए।
टोटो यूनियन के लोगों का आरोप है कि टोटो चालकों के साथ पुलिस रोज उत्पीड़न करती है। जिसके कारण उनका काफी नुकसान होता है। उनका कहना है कि प्रशासन की ओर से स्टैंड पार्किंग नहीं बनाई गई फिर भी हम लोग एडजस्ट करके टोटो चलाते हैं, पुलिसकर्मी अवैध तरीके से चालान करते हैं, टोटो चालकों को गाली देते हैं, हर तरह से टोटो चालकों के ऊपर पुलिस की तरफ से उत्पीड़न होता है।
कहा कि हम लोग टैक्स पेयर हैं, जब हम लोग गाड़ी खरीदते हैं, तो 2 लाख रुपए पर 18% यानी 36 हजार सरकार को हम देते हैं, 2400 रुपए रोड टैक्स देते हैं। उसके बाद नगर निगम को प्रतिदिन 10 रू० देते हैं। इस तरह से हम लोग करीब 9 करोड़ रूपया नगर निगम को दे देते हैं। करोड़ों रुपए देने वाले चालक को रोज सड़क पर पीटना गाली देना, कहां तक सही है।
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