काशी में तीन दिवसीय वैदिक धर्म महोत्सव महोत्सव हुआ संपन्न, काशी शास्त्रार्थ विजेता प्रतिभागियों को किया गया सम्मानित
वाराणसी। धर्म की नगरी काशी में आयोजित तीन दिवसीय वैदिक धर्म महोत्सव संपन्न हुआ। महर्षि दयानन्द काशी शास्त्रार्थ स्मृति न्यास के संयुक्त तत्वावधान में वेदोद्धारक, आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सरस्वती के विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक शास्त्रार्थ कार्तिक शुक्ल द्वादश विक्रम संवत् 1926 तदनुसार 16 नवम्बर 1869 ईस्वी में तत्कालीन काशी नरेश महाराज ईश्वरी नारायण सिंह की उपस्थिति में हुआ।
शास्त्रार्थ के 154वें वार्षिक स्मृति के उपलक्ष्य में महर्षि दयानन्द काशीशास्त्रार्थ स्मृति स्थल, आनन्दबाग दुर्गाकुण्ड में तीन दिवसीय वैदिक धर्म महोत्सव के कार्यक्रम स्मृति में तृतीय दिन प्रातःकाल पाणिनि कन्या महाविद्यालय की ब्रह्मचारिणियों द्वारा कराए गए यज्ञ के पश्चात् महर्षि दयानन्द सरस्वती द्वारा नारी महिला सम्मेलन के व्याख्यान में आर्य जगत के सुप्रसिद्ध वैदिक प्रवक्ता व भजनोपदेशिका नोएडा से पधारीं अलका आर्या ने देश की वीरांगनाओं व नारी के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत रहने का श्रेय देव ऋषि दयानन्द जी को दिया और बेटियों को वीरांगनाओं से प्रेरणा लेकर आत्मविश्वासी बनने की प्रेरणादायक शिक्षा दी।
सभा की मुख्य अतिथि कविता सहगल, अध्यक्षता रश्मि मुनि वानप्रस्थी, धन्यवाद ज्ञापन प्रमोद आर्य 'आर्षेय' ने किया। आर्य बाल प्रतियोगिता के प्रतियोगियों को वर्ग अ, ब तथा स के प्रथम, द्वितीय व तृतीय प्रतियोगियों को पूर्व सभासद व समाजसेवी श्री मनोज कुमार सिंह ने वर्ग अ में चारों क्षेत्रों से प्रथम, द्वितीय व तृतीय प्रतियोगियों क्रमशः अर्चिषा आर्या कबीर बरनवाल व स्नेहा वर्मा, वर्ग ब में प्रथम साधना चौहान, द्वितीय अमन चौहान व तृतीय प्रियांशु पटेल एवं वर्ग स में प्रथम प्रज्ञान कृष्ण वर्मा, द्वितीय भास्कर कुमार व तृतीय कौशिक आर्य को स्मृति चिन्ह प्रदान कर उत्साहित किया। एवम् जिन भी प्रतियोगियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया उन सभी को भी पुरस्कृत किया गया।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।