इस्कॉन मंदिर में तीन दिवसीय श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का समापन, अंतिम दिन हजारों भक्तों ने ग्रहण किया प्रसाद
वाराणसी। दुर्गाकुंड स्थित इस्कॉन मंदिर में मंगलवार को तीन दिवसीय श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का समापन किया गया। मंदिर के संस्थापक श्रील प्रभुपाद ने श्रीकृष्ण के प्राकट्य उत्सव पर भक्तों में प्रसाद वितरण किया।
इस्कॉन मंदिर श्री कृष्ण की भक्ति परम्परा को आगे बढ़ाने में कार्यरत है। इस बीच सोमवार आधी रात भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्योत्सव मनाया गया। इस अवसर पर भगवान का विविध प्रकार के द्रव्यों से महा अभिषेक किया गया। इस्कॉन वाराणसी के अध्यक्ष अच्युत मोहन दास ने कहा कि श्रील प्रभुपाद का संपूर्ण जीवन श्रीकृष्ण भक्ति,दर्शन एवं उनके संदेशों को विश्वभर में प्रचारित व प्रसारित कर संपूर्ण मानवता का कल्याण करने के उद्देश्य में बीता। दुनिया के सभी देशों में उन्होंने इस्कॉन मंदिर की स्थापना की।
इस अवसर पर मंदिर प्रांगण में श्रीकृष्ण जन्म के बाद नंदोत्सव की धूम रही। जिसमें श्रीकृष्ण के दिव्य बाल्यकाल के सम्मान में महाअभिषेक व उन्हें 108 प्रकार का महाभोग लगाया गया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में भक्तों व श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम में अच्युत मोहन दास, साक्षी मुरारी दास, रसिक गोविंद दास, मुरारी गुप्त दास, रामकेशव दास, धवल कृष्ण दास व एडवाइजरी कमेटी के अध्यक्ष दीपक मधोक, अशोक गुप्ता व संतोष अग्रवाल सहित अनेकों लोग उपस्थित रहे।
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