वाराणसी में चार्टेड अकाउंटेंट्स का तीन दिवसीय एआई सर्टिफिकेट कोर्स संपन्न
कार्यक्रम का शुभारंभ शाखा अध्यक्ष सीए सौरभ कुमार शर्मा ने स्वागत भाषण देकर किया। इस कोर्स में कुल 55 चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ने भाग लिया। कोर्स में एआई के विभिन्न पहलुओं को समझाने के लिए बेंगलुरु से सीए आनंद पी जांगिड़, इंदौर से प्रो. कपिल कुमार सूरी और कानपुर से सीए हिमांशु सिंह ने अपने-अपने सत्रों का नेतृत्व किया।
पहला दिन
बेंगलुरु से आए वक्ता सीए आनंद पी जांगिड़ ने बताया कि एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) एक कंप्यूटर प्रणाली है जो मानव बुद्धिमत्ता की नकल करती है। उन्होंने एआई के चार मुख्य घटकों पर प्रकाश डाला:
- सीखने की क्षमता
- सीखी हुई जानकारी का उपयोग
- निर्णय लेने की प्रक्रिया
- समस्याओं का समाधान
दूसरा दिन
इंदौर से आए प्रो. कपिल कुमार सूरी ने एआई के मुख्य प्रकारों जैसे मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, कंप्यूटर विजन, और रोबोटिक्स पर चर्चा की। उन्होंने इन तकनीकों के अनुप्रयोगों, जैसे वियरेबल डिवाइसेस, वॉइस असिस्टेंट्स, और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), के बारे में विस्तार से बताया।
तीसरा दिन
कानपुर के सीए हिमांशु सिंह ने एआई के लाभ और उसकी चुनौतियों पर बात की। उन्होंने बताया कि एआई न केवल दक्षता और सटीकता बढ़ाता है बल्कि लागत कम करने में भी मदद करता है। इसके साथ ही उन्होंने एआई से जुड़े नैतिक मुद्दों, सुरक्षा चिंताओं, डेटा गोपनीयता और संभावित नौकरी हानि जैसी चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसे शाखा सचिव सीए वैभव मेहरोत्रा ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर शाखा उपाध्यक्ष सीए नीरज कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष सीए विकास द्विवेदी, और सिकासा अध्यक्ष सीए सोम दत्त रघु सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। यह कोर्स चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को उनके कार्यक्षेत्र में एआई का प्रभावी उपयोग करने के लिए प्रेरित और मार्गदर्शित करेगा।
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