BHU के कैंसर विभाग में दवाओं व थेरेपी के रेट बढ़ोतरी के खिलाफ छात्रों का हल्ला बोल, रेट कम करने की मांग
छात्रों ने इस सम्बन्ध में अस्पताल प्रशासन से अनियमितता को सुधारने की मांग की है। छात्रों का कहना है कि सर सुंदरलाल हॉस्पिटल पूर्वांचल का सबसे बड़ा हॉस्पिटल है। यहां पर मरीज अपने इलाज के लिए बहुत उम्मीद से आता है लेकिन दिन प्रतिदिन अस्पताल की व्यवस्थाएं खराब होती चली जा रही है।
छात्रों का कहना है कि अस्पताल में स्ट्रेचर की अनुपलब्धता, साथ ही समय से ओपीडी में डॉक्टर उपस्थित नहीं होते। इसके अलावा जेनरिक दवाएं भी उपलब्ध नहीं है। जिससे मरीजों को थोड़ी आर्थिक राहत हो। वहीं अस्पताल में दलालों की भरमार है। इससे निपटना अस्पताल प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है।
छात्रों ने कहा कि जहाँ एक तरफ केंद्र सरकार ने निर्देश दिया है कि कैंसर का इलाज सस्ता किया जाए। वहीं BHU के सर सुन्दर लाल हॉस्पिटल इसके इलाज को और महंगा कर दिया गया है। इसमें कैंसर की जांच कीमोथेरेपी पहले मुफ्त में की जाती थी, लेकिन अब इसके लिए 500 रुपए देने पड़ रहे हैं। अस्पताल प्रशासन ने सर्जिकल आर्कोलॉजी विभाग में 6 तरह की जांचों की फीस बढ़ा दी है। इनमें से 5 ऐसी जांचे हैं, जिसमें पहले मरीजों को कोई फीस नहीं लगती थी , इसमें कुसा जांच का 2000, साव का 1000, कोलपोस्कोपी 350 रुपए आदि देने होंगे, बायोस्कोपी जांच का शुल्क 500 रूपये से 1000 रुपए कर दिया गया है।
इसमें मुख्य रूप से आशुतोष सिंह "यीशु", शिवांश, शशांक, अजय, करन, बिनीत, संतोष, संटू, हिमांशु, ऋतिक, अंकित, दिव्यांशु, राज, शशि आदि लोग उपस्थित रहे।
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