आमरण अनशन पर बैठे प्रोफेसर ओमशंकर के समर्थन में आए छात्र, रखा एक दिवसीय उपवास
वाराणसी। मरीजों के लिए बेड की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे बीएचयू के हृदयरोग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ओमशंकर के समर्थन में छात्र आ गए हैं। छात्रों ने प्रोफेसर के समर्थन में छात्रसंघ भवन में एक दिवसीय सामूहिक उपवास रखा। इस दौरान बीएचयू प्रशासन से प्रोफेसर की मांग पर अमल करने की मांग की।
छात्रों ने कहा कि महामना की बगिया को बचाने के लिए गांधी - मालवीय - आजाद की प्रेरणा से हमलोग सामूहिक उपवास पर बैठे हैं। ग्रीन बीएचयू - क्लीन बीएचयू और करप्शन फ्री बीएचयू की लड़ाई डॉ. ओम शंकर की व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, यह लड़ाई मालवीय जी के सपनों को जीने वाले हर व्यक्ति की लड़ाई है। जिस प्रकार से बीएचयू प्रशासन संवादहीनता और हिटलरशाही का परिचय दे रहा है, वह शर्मनाक है।
हृदय रोग की समस्या में लगातार इजाफा हो रहा है, विश्वविद्यालय की कमिटी ने 8 मार्च 2024 के बाद 50 बेड से अधिक के वार्ड को अविलंब ह्रदय रोगियों के लिए आवंटित किए जाने का सुझाव दिया था। ऐसे में आखिर क्या मजबूरी है कि इस पर अमल नहीं किया जा रहा है। छात्रों ने कहा कि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े हैं और इस लड़ाई को गांधीवादी सत्याग्रह के रास्ते पर चलते हुए आगे बढ़ाएंगे। इस दौरान मुरारी, गुरूशरण, विशाल गौरव, धर्मेंद्र पाल, प्रियदर्शन मीना, राहुल, दीपक, अमन, सुमन आनंद, लोकेश, अजीत, राणा रोहित, शुभम समेत दर्जनों छात्र एक दिवसीय सामूहिक उपवास में सम्मिलित रहे।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।