अवैध प्लॉटिंग पर सख्ती : VDA उपाध्यक्ष ने तीनों तहसीलों के एसडीएम व रजिस्ट्रार संग की अहम बैठक
वाराणसी। शहर में अवैध प्लॉटिंग पर प्रभावी रोक लगाने के लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण ने सख्त कदम उठाए हैं। गुरुवार को वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में प्राधिकरण क्षेत्रांतर्गत हो रही अवैध प्लॉटिंग को लेकर वाराणसी की तीनों तहसीलों के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) एवं रजिस्ट्रार के साथ बैठक आयोजित की गई।
लेखपाल स्तर पर कार्रवाई के निर्देश
बैठक में उपाध्यक्ष ने सभी एसडीएम को स्पष्ट निर्देश दिए कि उनके क्षेत्र में यदि कहीं भी अवैध प्लॉटिंग की जानकारी मिलती है, तो उसे तत्काल लेखपाल के माध्यम से रोका जाए और इसकी सूचना तुरंत वाराणसी विकास प्राधिकरण को दी जाए। उद्देश्य यह है कि प्रारंभिक स्तर पर ही अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके और आगे किसी प्रकार की अनियमितता न बढ़े।

आमजन को जागरूक करने पर जोर
उपाध्यक्ष ने कहा कि अवैध प्लॉटिंग पर कार्रवाई के साथ-साथ आम जनमानस को भी जागरूक करना आवश्यक है। उन्होंने अपील की कि लोग प्लॉट खरीदने से पहले ले-आउट स्वीकृत होने की पूरी जांच करें और केवल वैध, स्वीकृत प्लॉट ही खरीदें, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की कानूनी या प्रशासनिक समस्या का सामना न करना पड़े।
सुनियोजित विकास ही प्राधिकरण का लक्ष्य
बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि वाराणसी विकास प्राधिकरण का उद्देश्य आने वाले 25 से 30 वर्षों के भविष्यगत विकास को ध्यान में रखते हुए शहर को सुनियोजित और व्यवस्थित तरीके से विकसित करना है। इसके लिए अवैध प्लॉटिंग जैसी गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगाना अत्यंत आवश्यक है।
समन्वय से होगी प्रभावी कार्रवाई
प्राधिकरण ने बताया कि एसडीएम, रजिस्ट्रार और प्राधिकरण के बीच बेहतर समन्वय से अवैध प्लॉटिंग के मामलों पर तेजी से कार्रवाई संभव होगी। इससे न केवल शहर की नियोजित विकास योजना को मजबूती मिलेगी, बल्कि आम नागरिकों के हितों की भी रक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।
वाराणसी विकास प्राधिकरण ने दोहराया कि शहर का विकास कानून और नियोजन के दायरे में रहकर ही किया जाएगा और अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा।

