बीएचयू शताब्दी भवन हाल में कार्यक्रम, वक्ता बोले, आध्यात्म और सनातन में निहित है खजाना
वाराणसी। जान्हवी सेवा समिति के तत्वावधान में शुक्रवार को बीएचयू के कृषि विज्ञान संस्थान स्थित शताब्दी भवन हाल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसमें आध्यात्मिक चर्चा हुई।
आध्यात्मिक वक्ता जीके सर ने कहा कि वर्तमान मार्डन जीवन में नई पीढ़ी के युवाओं को सनातन और आध्यात्म की जानकारी अवश्य देनी चाहिए। इससे युवाओं के अंदर ऊर्जा और विश्वास की क्षमता का विकास होगा और वे जीवन में हर बाधा को आसानी से पार कर लेंगे। उन्होने कहा कि हर एक के जीवन में कठिन परिस्थितियां आती हैं। ऐसे में हमें अपने मनोबल और साहस को बनाए रखना चाहिए। सकारात्मक सोच के साथ अपने कार्य को लगन और निष्ठा के साथ सम्पादित करना चाहिए। इससे हमें सफलता अवश्य मिलेगी।
उन्होंने कहा कि जीवन में तनावग्रस्त तभी हम होते हैं, जब हमारे अंदर ज्ञान की कमी होती है। तनाव मुक्त होने के लिए मनुष्य को आध्यात्म का सहारा लेना चाहिए और अपनी सोच को सकारात्मक बनाए रखना चाहिए। उन्होने कहा कि हमें अपने सभी कार्यों को खुशी मन और समर्पण भाव से करना चाहिये। इससे वह कार्य हो भी जाता है और पता भी नहीं चलता। हमें अपने बच्चों को धर्म और शास्त्र की की भी जानकारी देनी चाहिए। इससे वे अपने सनातनी संस्कार को भली भांति जान सकें। उन्होने कहा कि स्कूलों में भी वैदिक और आध्यात्म का ज्ञान बच्चों को देना चाहिए।
कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों ने धर्म और आध्यात्म से सम्बन्धित कई प्रश्न भी पूछे। उन्होंने सही जवाब देकर सबको संतुष्ट भी किया। समिति के अध्यक्ष डा.राजेंद्र पचैरी ने जीके सर को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान संस्थान के प्रो एके नीमा, एचके सिंह, रविंद्र सिंह, नित्यानंद तिवारी, भूपेंद्र सिंह, प्रदीप सिंह, अनिल तिवारी, ज्ञानेंद्र सिंह, पवन मिश्रा, आलोक गोस्वामी, प्रमोद पाण्डेय, गौरव खन्ना, केके मिश्रा, प्रकाशपति त्रिपाठी आदि रहे। संचालन हरप्रीत कौर एवं धन्यवाद ज्ञापन समिति के सचिव गोविंद शुक्ला ने किया।
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