गंगा की लहरों के बीच बुलंद हुआ ‘गंगा निर्मलीकरण’ का नारा, लोगों को किया जागरूक
राजेश शुक्ला ने ध्वनि विस्तारक यंत्र से लोगों को बताया कि गंगा हमारी हैं, गंगा के घाट हमारे हैं, इनके स्वच्छता की जिम्मेदारी भी हमारी है। घाट-घाट पर लोगों को जागरुक करते हुए बताया कि गंगा भारतीय संस्कृति का प्रवाह हैं। गंगा बेसिन क्षेत्र भारत की 56 प्रतिशत आबादी को जीवन देता है। भारत की आस्था और अर्थव्यवस्था गंगा हमारी पेयजल , सिंचाई, पर्यटन तीर्थाटन एवं अनेकों आवश्यकताओं की पूर्ति करती हैं।
लाउडस्पीकर से बताया कि जन भागीदारी सुनिश्चित करते हुए गंगा किनारे स्वच्छता बनाए रखने का हमारा भी दायित्व है। गंगा तट की स्वच्छता में सहयोगी बनकर उत्तर भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ गंगा के संरक्षण और संवर्धन में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करें।
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