भूमा अध्यात्म पीठ में सिक्किम के राज्यपाल ने अच्युत भोजनालय व कथा मण्डपम का किया उद्घाटन
वाराणसी। महादेव की नगरी काशी में भूमा अध्यात्म पीठ द्वारा "अराधना दिवस" के अवसर पर भूमा मठ में स्वामी भूमानन्द कथा मंडपम् एवं अच्युत भोजनालय का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य शामिल हुए। भूमा मठ में 4 कथाओं शिव पुराण, श्रीमद्भागवत कथा, रामकथा और देवी पुराण सहित पहली बार काशी में 18 पुराणों का आयोजन चल रहा हैं।
सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य ने कहा कि मन में संकल्पशक्ति दृढ़ता एवं पुनीत विचार हो तो अच्छे कार्य होते हैं। अच्छे कार्यों के कारण ही देश आज आत्मगौरव व सनातन संस्कृति उत्थान में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि यह हमारा पुनीत सौभाग्य है कि आज हम पुनीत व पुण्य भूमानंद महाराज के आश्रम में आए व दर्शन किए। यहां करपात्री महाराज, उड़िया महाराज सहित अनेकों विद्वानों संतों एवं तपस्वी परंपरा लोक कल्याण के लिए रहा है। हमारी सनातन संस्कृति में नारी सम्मान सर्वोपरि रहा है। आज यह सम्मान प्रधानमंत्री नारी शक्ति अधिनियम लागू कर किया गया है।
इस अवसर पर भूमा पीठाधीश्वर अच्युतानंद तीर्थ महाराज ने कहा कि सनातन संस्कृति उत्थान के लिए यहां एक स्थान एक छत के नीचे 18 पुराणों का समागम हो रहा है। निर्मल गंगा सेवा व शहीदों के सम्मान के लिए उन्होंने जन- जन में जागरूकता लाने का आह्वान किया। राज्यपाल को भूमा परिवार की ओर से अपने स्तर से प्रयास करने और अप्रैल माह में हरिद्वार स्थित भूमानंद सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के कार्यक्रम में उपस्थित होने का आमंत्रण दिया गया।
स्वामी भूमानन्द कथा मंडपम् एवं अच्युत भोजनालय का लोकार्पण
केदारघाट स्थित भूमा मठ में स्वामी भूमानन्द कथा मंडपम् एवं अच्युत भोजनालय का लोकार्पण सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य द्वारा किया गया। राज्यपाल का स्वागत डमरू दल और 11 बटुकों ने वेद मंत्रों से किया। मठ व्यवस्थापकों ने डिप्टी सीएम पर पुष्प वर्षा कर माल्यार्पण किया। मठ में पहुंचने के बाद सिक्किम के राज्यपाल का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया।
राज्यपाल का किया गया सम्मान
सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य का मुख्य अतिथि मदन शर्मा ने अंगवस्त्रम व सुमन कुटियाला ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में भूमापीठाधीश्वर के शिष्य सतीश चन्द्र मिश्र ने भूमा परिवार की ओर से मुख्य अतिथि के रूप में पधारने के अवसर पर महामहिम राज्यपाल का स्वागत किया। इसके उपरांत उपरांत उन्होंने व्यास पीठ को प्रणाम किया।
सर्वेश्वर ब्रह्मचारी ने आश्रम के कार्य कलापों का विस्तार से प्रकाश डाला और आभार व्यक्त किया। संचालन संयोजक पंडित सतीश चंद्र मिश्र ने किया। कार्यक्रम में प्रोफेसर सुनील मिश्र, सचिन सनातनी, वशिष्ठ उपाध्याय सहित अनेकों लोग उपस्थित रहे।
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