रामनगर में अतिक्रमण हटाने के दौरान बवाल, प्रवर्तन दल से दुकानदारों की नोकझोंक

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रामनगर (वाराणसी)। नगर निगम प्रशासन की ओर से रामनगर में अतिक्रमण हटाने पहुंचे प्रवर्तन दल को रविवार को विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान व्यवसायियों से उनकी नोकझोंक हो गई। विरोध को देखते हुए प्रवर्तन दल थाने चला गया। पुलिस ने लोगों को समझाकर किसी तरह शांत कराया। 

रामलीला को देखते हुए निगम प्रशासन की ओर से हर रोज अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है। राज्यपाल के कार्यक्रम के मद्देनजर भी नगर निगम प्रशासन अलर्ट रहा। किला से चौक तक लगभग दो दर्जन दुकानदारों के सामान प्रवर्तन दल के लोगों ने उठवा कर जोनल कार्यालय में भिजवा दिया था। मामला गरम उस समय हुआ जब प्रवर्तन दल चौक में स्थित मां शेरो वाली समिति के पंडाल के पास लगे इनामी कूपन पंडाल को हटाने पहुंच गया। यहां तीखी नोकझोंक हो गई। समिति के लोगों का कहना था कि सन 1981 से यहां पंडाल लगता आया है ऐसा कभी नही हुआ। आरोप है कि प्रवर्तन दल के सिपाहियों ने मुन्ना नामक एक व्यवसायी पर हाथ छोड़ दिया। इस पर बवाल बढ़ गया। पहले से ही नाराज अन्य दुकानदार भी इकट्ठा हो गए। 

मामला गरमाता देख प्रवर्तन दल के लोग थाने की ओर चले गए। लोगों की भीड़ भी थाने जा पहुंची। थाने के बाहर भी जमकर नोकझोंक होने लगी। लोगों का आरोप था कि प्रवर्तन दल के लोग मनमाने ढंग से काम कर रहे हैं। बद्तमीजी से पेश आ रहे हैं। इस बीच भाजपा के संतोष द्विवेदी, अजय प्रताप सिंह, , व्यापारी नेता आलोक सेठ आदि भी थाने पहुंचे। प्रवर्तन दल के इंस्पेक्टर से उनकी भी तीखी नोकझोंक हुई। रामनगर थाना प्रभारी राजू सिंह ने आक्रोशित लोगों से बात की और समझा बुझा कर मामला शांत कराया। प्रवर्तन दल के लोगों का कहना था कि कंफ्यूजन में इनामी पंडाल हटाने पहुंच गए। बाद में जोनल अधिकारी शिखा मौर्य ने दुकानदारों का सामान वापस करा दिया।

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