काशी में भव्य रूप से होगा शीतला माता का वार्षिक श्रृंगार उत्सव, विराट आरती में जलेंगे एक हजार दीप

यह आयोजन शीतला माता से जुड़ी सदियों पुरानी परंपरा है, जिसमें माता साल में केवल एक रात पूरी रात तक अपने भक्तों को दर्शन देती हैं। इस खास अवसर पर भव्य श्रृंगार किया जाता है और एक हजार दीपों से विराट महा आरती संपन्न होती है, जो भक्तों के लिए एक दिव्य और भावपूर्ण अनुभव होता है।
आयोजन की शुरुआत 11 अप्रैल की अर्धरात्रि को माता के "बधावा" के साथ होगी। इस दौरान महंत के हाथों 251 बत्तियों की आरती की जाती है। यह रात विशेष मानी जाती है क्योंकि माता इसी दिन रात्रिभर भक्तों को दर्शन देती हैं।
महंत पं. शिवप्रसाद पांडेय ने बताया कि इस अनुष्ठान में काशी सहित देश के करीब 50 जिलों से बधावा लाने की परंपरा है, जो आज भी पूरी श्रद्धा से निभाई जा रही है।
दूसरे दिन से प्रारंभ होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम, संयोजक कन्हैया ने बताया कि देशभर के कलाकार इस आयोजन में भाग लेंगे। काशी के कलाकारों के साथ-साथ अन्य राज्यों के प्रतिष्ठित कलाकार भी माता के दरबार में अपनी कला समर्पित करेंगे।
कार्यक्रम में शामिल होने वाले प्रमुख कलाकारों में भोजपुरी गायक और सांसद मनोज तिवारी, भोजपुरी सम्राट भरत शर्मा, और नंदू मिश्रा प्रमुख हैं, जो समापन समारोह में प्रस्तुति देंगे।
कथक नृत्य की प्रस्तुति प्रसिद्ध नृत्याचार्य पंडित माता प्रसाद और डा. ममता टंडन देंगे, जबकि पंडित रवि शंकर मिश्र, अमलेश शुक्ला, शेलबाला, विजय कपूर समेत काशी के दर्जनों कलाकार भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे।
इस आयोजन को सफल बनाने में अविनाश पांडे, अभिषेक पांडे, अवशेष पांडे समेत अन्य सहयोगी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। यह आयोजन श्रद्धा, भक्ति और कला का अद्भुत संगम बनने जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु और कला प्रेमी सम्मिलित होंगे।