मिर्जामुराद में सप्त दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन
वाराणसी। मिर्जामुराद क्षेत्र के प्रतापपुर गांव में सप्त दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन किया गया है। जिसमे दूसरे दिन कथा व्यास संत रामानुज वैष्णव दास महाराज ने कहा कि श्रीराम कथा समाज को जीवन जीने की कला सिखाती है। समाज की ऐसी कोई समस्या नहीं जिसका समाधान श्री राम कथा में ना हो।
वहीं तेजी से विखंडित हो रहे समाज परिवार के ऊपर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान शिव जैसा एक दूसरे के विपरीत परिस्थिति के परिवारी जन होने के कारण भी परिवार में सुख शांति का माहौल रहता है। परिवार एवं समाज के मुखिया को छोटे- बड़े, अमीर- गरीब, ऊंच- नीच का भेद मिटाकर समान भाव से पालन पोषण करना चाहिए। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने अपने संपूर्ण समय काल तक जीवन चरित्र और आदर्शों को स्थापित किया। आज इस कलयुग में कोई भी राम तत्व को प्राप्त कर सकता है।
कथा के प्रारंभ में कथा व्यास पूज्य रामानुज वैष्णव दास महराज ने श्री रामचरितमानस की अनेकों दृष्टांतों की विस्तृत व्याख्या कर श्रद्धालुओं को भक्ति रस में डूबने पर विवश कर दिया है। कथा के मुख्य यजमान पूर्व प्रधान रूद्र प्रकाश सिंह, वर्तमान प्रधान बृजेश यादव, बच्चा सिंह, कल्लू, सिंह राजू सिंह, शैलेंद्र बहादुर सिंह, योगेश कुमार सिंह, चुन्ने सिंह, इंजीनियर शशि प्रकाश सिंह, मुन्ना लाल श्रीवास्तव, पप्पू तिवारी आदि व्यवस्था में लगे रहे।
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