सीर गोवर्धनपुरवासियों ने किया चक्काजाम, रमना प्लांट को बंद करने की मांग
छह माह से दुर्गंधयुक्त धुएं से परेशान हैं ग्रामीण, गांव बचाओ का पोस्टर लेकर पहुंचे थे
इलाके में संक्रामक बीमारियों का बढ़ा खतरा, कई बार शिकायत पर भी नजीता सिफर
वाराणसी। रमना में संचालित हरित कोयला परियोजनाक बायोमेडिकल कचरा प्लाज्मा ट्रीटमेंट प्लांट से फैल रहे प्रदूषण से सीर गोवर्धनपुरवासियों में खासा आक्रोश है। गांववासियों ने रविवार को लंका थाना अंतर्गत डाफी बाईपास पर विरोध प्रदर्शन करते हुए चक्का जाम कर दिया। सैकड़ो की संख्या में सीर गांव के लोग पहुंचे थे। वहीं ग्रामीण हाथ में पोस्टर लिए हुए थे। इस पर गांव बचाओ अभियान लिखा हुआ था। शेरगढ़ के स्थानीय नागरिकों ने कहा कि ग्रामसभा नैपुरा कलां, रमना मे हरित कोयला परियोजनाक बायोमेडिकल कचरा प्लाज्मा ट्रीटमेंट प्लांट को बंद करने को लेकर हम सभी गांव के लोग इकट्ठा हुए हैं। उन्होंने कहा कि शहर का कूड़ा रमना में गिराया जा रहा है। इसके चलते वातावरण प्रदूषित हो गया है।
लोगों का कहना रहा कि शहर का कूड़ा अगर रमना में गिराया जाएगा तो इसके आसपास कई गांव है जिससे सभी गांव के लोग प्रभावित होंगे और रोग फैलने की आशंका प्रबल हो जाएगी। कोयला बनाने की प्रक्रिया जो एनटीपीसी करवा रही है, उससे जहरीला धुआ निकलता है। इसको लेकर कई बार इसका शिकायत किया और अधिकारियों से मिले भी परंतु लोग मानने को तैयार नहीं है। प्लांट से निकलने वाले जहरीले धुएं से बड़े, बुजुर्ग, बच्चों महिलाओं को सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ता है। लगभग 6 महीना से कई बार ग्रामीण जनता ने विरोध दर्ज कराया। जिलाधिकारी से लेकर एसडीएम साहब से लेकर तमाम जगहों तक मुख्यमंत्री पोर्टल एप प्रधानमंत्री पोर्टल एप पर भी शिकायत की। हर बार आश्वासन के बाद चालू कर दिया जाता है।
विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं लोगों ने बताया कि प्लांट से जो भी धुआ निकल रहा है उससे अगल-बगल के गांव में काफी गंदगी और बदबू फैल रही है। यह धुआं काफी जहरीला है। लोगों के स्वास्थ्य पर भी यह असर डाल रहा है इससे गांव वासी काफी परेशान है। जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो हम लोग और बड़े आंदोलन को बाध्य होंगे। इस समस्या को लेकर हम लोग एनटीपीसी के अधिकारियों सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की, परंतु अभी तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकला। विरोध प्रदर्शन में जिला पंचायत सदस्य राजेश यादव नथू, सपा नेता अमन यादव, कल्लू प्रधान, राहुल यादव, लकी, मुरली यादव, राकेश रंजन, सुनील कुमार, संतोष तिवारी, संतोष यादव आदि रहे।
कचरे से कोयला और कोयला से बनेगी बिजली
रमना में 25 एकड़ में प्लांट में कचरे से कोयला और कोयला से बिजली बनाने की योजना है। 20 एकड़ में प्लांट का निर्माण और पांच एकड़ में कोयला निर्माण के दौरान निकले अवशेष को निस्तारित करने के लिए वैज्ञानिक विधि से व्यवस्था होगी। 600 टन कचरे से 200 टन कोयला बनाया जाएगा। प्लांट का निर्माण अगले 25 वर्षों को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। नगर निगम के आंकड़ों के अनुसार प्रतिदिन शहर से 600 टन कचरा निकलता है। शहर विस्तार के बाद करीब 800 टन कचरा निकासी का अनुमान है। इसलिए प्लांट की क्षमता प्रतिदिन 800 टन से अधिक कचरा प्रसंस्करण की होगी।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।