काशी तमिल संगमम् 4.0 में ‘साथी (SATHEE) केंद्र’ बना आकर्षण का केंद्र
निःशुल्क प्रतियोगी परीक्षा तैयारी का विश्वसनीय मंच
वाराणसी। काशी तमिल संगमम् 4.0 के दौरान नमो घाट पर लगे स्टॉल संख्या 24 पर स्थापित साथी (SATHEE) केंद्र विद्यार्थियों के लिए खास आकर्षण का केंद्र बना रहा। साथी की शुरुआत वर्ष 2023 में शिक्षा मंत्रालय और आईआईटी कानपुर द्वारा संयुक्त रूप से की गई थी। इसका उद्देश्य देशभर के छात्रों को पूरी तरह निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण प्रतियोगी परीक्षा मार्गदर्शन उपलब्ध कराना है।
साथी मंच के माध्यम से जेईई, एनईईटी, आरआरबी, आईबीपीएस, सीयूईटी, सीएलएटी, आईसीआर और एसएससी जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है। मंच पर लाइव कक्षाएं, रिकॉर्डेड वीडियो लेक्चर और लाइव 1-टू-1 डाउट सॉल्विंग सेशन्स उपलब्ध कराए जाते हैं, वह भी बिना किसी शुल्क के।

इस प्लेटफॉर्म से जुड़े शिक्षक आईआईटी, आईआईएम, एम्स और अन्य शीर्ष संस्थानों से हैं, जो विद्यार्थियों को उच्चस्तरीय मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। काशी तमिल संगमम् में स्टॉल पर हिंदी और अंग्रेज़ी भाषी छात्रों के लिए अमित और हर्ष, जबकि तमिल भाषी छात्रों के लिए अरुण, मोहित और सहाना मौजूद रहे। यह व्यवस्था दर्शाती है कि साथी मंच हर भाषा और हर वर्ग के छात्रों तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध है।
वर्तमान में साथी प्लेटफॉर्म पर लगभग 17 लाख पंजीकरण, 80,000 से अधिक प्रश्न और 15,000 से अधिक वीडियो लेक्चर उपलब्ध हैं। मंच 13 क्षेत्रीय भाषाओं सहित हिंदी और अंग्रेज़ी में भी उपलब्ध है, जिससे दूरदराज क्षेत्रों के छात्र भी आसानी से इसका लाभ उठा सकते हैं।

काशी तमिल संगमम् 4.0 के दौरान बड़ी संख्या में छात्रों को पहली बार साथी केंद्र के बारे में जानकारी मिली। उत्साह का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि सैकड़ों छात्रों ने वहीं पर पंजीकरण कराया। आयोजन ने सरकारी शैक्षिक योजनाओं को विद्यार्थियों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
साथी टीम ने शिक्षा मंत्रालय, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और काशी तमिल संगमम् के आयोजकों का आभार व्यक्त किया। उनका कहना है कि इस आयोजन के माध्यम से उन्हें हजारों छात्रों तक निःशुल्क शिक्षा का अवसर पहुंचाने का मौका मिला। काशी तमिल संगमम् 4.0 शिक्षा, समावेशन और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने का महत्वपूर्ण माध्यम बन रहा है।

