डिजिटल सिलाई मशीन पर ग्रामीण महिलाओं सीखे सिलाई के गुर, प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को मिला सर्टिफिकेट
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर स्थित समन्वित ग्रामीण विकास केंद्र मे डिजिटल सिलाई मशीन का विविध प्रयोग पर सोमवार को महिलाओं हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमे सिंगर इंडिया लिमिटेड से आए विशेषज्ञों ने डिजिटल सिलाई मशीन के बारे मेंबताया। साथ ही डिजिटल मशीन का प्रयोग करने की विधि का प्रशिक्षण बहनों को दिया।
सिंगर इंडिया लिमिटेड से प्रशिक्षण के लिए आए राधे श्याम गोड, सिंगर इंडिया लिमिटेड के एरिया सेल्स मैनेजर सुशील कुमार सिंह ने महिलाओं को प्रशिक्षित किया। कार्यक्रम का आयोजन समन्वित ग्रामीण विकास केंद्र, सामाजिक विज्ञान संकाय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में किया गया था। प्रशिक्षण कार्यक्रम मे डिजिटल मशीन से विभिन्न प्रकार के डिजाइन, सिलाई के तरीके तथा विधियों के बारे में बताया गया।
केंद्र के कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ० आलोक कुमार पाण्डेय ने अतिथियों स्वागत करते हुए बताया कि डिजिटल क्रांति ने हमारे जीवन मे अनेकों बदलाव लाए हैं। इससे हमारे लिए रोजगार के साधन आसान हुए हैं। थोड़े से प्रयास से ही हम बहुत कुछ सीख सकते है। सामाजिक विज्ञान संकाय की संकाय प्रमुख एवं समन्वित ग्रामीण विकास केंद्र की निदेशिका प्रो० बिन्दा परांजपे ने बताया कि समन्वित ग्रामीण विकास केंद्र, महिला सशक्तिकरण की दिशा पिछले 44 वर्षों से कार्य कर रहा है। केंद्र के द्वारा सिलाई का प्रशिक्षण महिलाओं एवं बहनों को दिया जाता है। जिसके कारण उनके आजीविका मे एक माध्यम और जुड़ जाता है।
प्रो० बिन्दा परांजपे ने कहा कि सिलाई की प्रशिक्षित आरती विश्वकर्मा द्वारा काफी निपुण तरीके से यहां पर आई महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाता है। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन सिलाई प्रशिक्षिका आरती विश्वकर्मा ने किया। कार्यक्रम मे केंद्र के असिस्टेंट रजिस्ट्रार एल बी पटेल, केंद्र के प्रोजेक्ट ऑफिसर डॉ बी पी सिंह उपस्थित रहे। प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी बहनों को प्रमाण पत्र भी दिया गया।
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