रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला 17 सितंबर से शुरू होगी, तैयारियां जोरों पर, राम मय होने लगा रामनगर
वाराणसी। 17 सितंबर से शुरू हो रही विश्व प्रसिद्ध रामनगर की रामलीला की तैयारियाँ अपने अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए रामनगर को राममय कर दिया गया है और रंगरोगन का कार्य अंतिम स्तर पर है।
रामलीला स्थलों पर सजावट और तैयारियों में जुटे आयोजक अब मुख्य किरदारों के प्रशिक्षण को अंतिम रूप दे रहे हैं। रामचरित मानस के बालकांड के 175 दोहों का पाठ भी अंतिम चरण में है। सभी को अनंत चतुर्दशी की शाम का बेसब्री से इंतजार है।
रामनगर की रामलीला की खासियत यह है कि इसमें आधुनिक प्रचार-प्रसार और तकनीक का कोई स्थान नहीं है। पूरा आयोजन 30 दिनों तक चलता है और 5 किलोमीटर क्षेत्र में फैला होता है, जहां हजारों लोग प्रतिदिन जुटते हैं। यहां न बिजली का उपयोग होता है, न ही माइक और लाउड स्पीकर का।
कुंवर अनंत नारायण सिंह की शाही सवारी के लिए बाघम्बरी बग्घी की मरम्मत की जा रही है, और पालकी, सिंहासन, मुकुट और आभूषणों को नए रूप में सजाया जा रहा है। रामनगर की रामलीला स्थानीय चाय, पान, लस्सी, चाट के दुकानदारों के लिए एक महोत्सव जैसी होती है, और वे भी अपने दुकानों को सजाने में व्यस्त हैं।
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