‘अभिजीत मुहूर्त एवं सर्वार्थ सिद्धि योग में रामलला की होगी प्राण प्रतिष्ठा’ स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती बोले – एक नए भारत का होगा अभ्युदय
स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती ने निमंत्रण पत्र प्राप्त होने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि सभी सनातन समाज के लिए यह आनन्द का क्षण है। राम मंदिर पर समाज में फैले भ्रम के संदर्भ में उन्होंने कहा कि राम मंदिर प्रतिष्ठा का मुहूर्त पूर्णतः शास्त्र सम्मत है। इसका आधार प्रतिष्ठा महोदधी, परमेश्वर संहिता, लिंग पुराण, धर्म सिंधु एवं निर्णय सिंधु से लिया गया है। भगवान राम ने अपने पूरे जीवन काल में जटायु एवं शबरी जैसे सबसे नीचे स्तर के बंधु थे, उन्हें भी समाज के मुख्य धारा से जोड़ा।
70 वर्षों में भारत को ऐसा प्रधानमंत्री मिला है जो अयोध्या भ्रमण कर रहा है। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के संदर्भ में किसी भी प्रकार का समाज में विरोध नहीं है। स्वर्गीय अशोक सिंघल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विशेष योगदान को भी स्वामी जी ने सराहा।
धर्म संघ शिक्षा मंडल के जगजीतन पांडे ने निमंत्रण पत्र मिलने पर कहा कि धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी द्वारा राम मंदिर आंदोलन का बीजारोपण हुआ था, जिसका पटाक्षेप आज इस आनंद उत्सव के रूप में हो रहा है।
निमंत्रण देने वालों में प्रमुख रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काशी दक्षिण के संयोजक संतोष जी, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत धर्माचार्य प्रमुख शशि भूषण त्रिपाठी, सह प्रांत विशेष संपर्क प्रमुख सत्य प्रकाश, महानगर मंत्री आनंद पाण्डेय, महानगर उपाध्यक्ष उमेश प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
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