राम जानकी मठ के पीठाधीश्वर वेदांती महाराज बोले – बनारस बंदी का ऐलान न्यापालिका की अवमानना

vedanti maharaj
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वाराणसी। ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में पूजा शुरू हो गई है। तहखाने में पूजा के विरोध में मुस्लिम समाज ने पूर्ण बंदी ऐलान किया है। मुस्लिम समाज के इस बंद के खिलाफ संतों में भी गुस्सा है। संत समाज ने इसपर भारी नाराजगी जताई है और मुस्लिम समाज के इस बनारस बंद का विरोध किया है। 

खोजवां स्थित राम जानकी मंदिर के पीठाधीश्वर स्वामी डॉ० रामकमल दास वेदांती महाराज ने कहा कि जो मुस्लिम बंधु बंदी का ऐलान कर रहे हैं, वह इसी भारत देश के हैं। यदि वह लोग न्याय प्रिय हैं, तो स्वयं देख सकते हैं कि किस प्रकार मंदिर को तोड़कर असंख्य कोटी मंदिर तोड़कर उस पर मस्जिद बनाई गई। हम लोग जो कर रहे हैं, वह पूरी न्यायिक प्रक्रिया से कर रहे हैं। हम लोग भगवान शंकर का पूजा करने के लिए तड़प रहे थे। न्याय के आधार पर वहां पर भव्यतम दिव्यतम मंदिर बनेगा भगवान आदि विश्वेश्वर की फिर से पूजा वहां पर शुरू होगी। 

उन्होंने कहा कि यह न्यायालय का विरोध है और अपने आत्मा का भी विरोध है, अगर वे लोग अपने आत्मा से पूछेंगे तो उनकी आत्मा भी यह गवाही देगी कि वहां पर आदि विशेश्वर का मंदिर है। न्यायालय के आदेश के विरोध में बनारस बंद का ऐलान न्यायपालिका की अवमानना है। 

बता दें कि ज्ञानवापी में पूजा के विरोध में शुक्रवार को बनारस के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में दुकानें पूरी तरह बंद है और वहां सन्नाटा पसरा है। वाराणसी के दालमंडी, नई सड़क, बेनियाबाग, मदनपुरा, बड़ी बाजार, बजरडीहा, पुराने पुल, सरैया समेत कई मुस्लिम इलाको में आज ऐसी ही स्थिति देखने को मिल रही है। अंजुमन इंतजामिया कमिटी की ओर से बाकायदा पत्र जारी कर आज बंद का ऐलान किया गया था। जिसका असर आज देखने को भी मिल रहा है। 
 

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