पुनर्वास के माध्यम से उपचार विषयक कार्यक्रम का आयोजन, यातना से संघर्षरत 26 पीड़ितों का किया गया सम्मान
वाराणसी। गरूवार को जनपद के एक होटल कामेश हट में “पुनर्वास के माध्यम से उपचार” विषयक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे लोक विद्यालय और यातना से संघर्षरत 26 पीड़ितों का सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन जन मित्र न्यास (JMN), मानवाधिकार जननिगरानी समिति (PVCHR), इण्टरनेशनल रिहैबिलिटेशन काउंसिल ऑन टार्चर विक्टिम (IRCT), यूनाईटेड नेशन ट्रस्ट फण्ड फॉर टार्चर विक्टिम (UN Trust Fund for Torture Victim) के संयुक्तु तत्वाधान में किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आशुतोष सिन्हा, सदस्य विधान परिषद् वाराणसी स्नातक क्षेत्र ने कहा कि आज मुझे इस कार्यक्रम में सम्मिलित होकर बहुत अच्छा लगा की वर्तमान परिस्थिति में यह सम्मान ऐसे पीड़ितों को दिया जा रहा है, जो लगातार अपने परिवेश और संघर्षों के बावजूद न्याय के लिए लगातार संघर्ष करते रहे है। उन्होंने पीड़ितो के संघर्षों को हौसला अफजाई करते हुए कहा कि आप लोग आने वाली पीढ़ी के लिए एक आदर्श उदहारण प्रस्तुत कर रहे है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार संयुक्त राष्ट्र यातना विरोधी कन्वेंशन (UNCAT) का अनुमोदन करे। साथ ही उन्होंने अविलम्ब यातना रोकथाम क़ानून बनाकर पीड़ितो का पुनर्वास करने की भी बात कही। उन्होंने आगे पुलिस सुधार व जेल सुधार को लागू करने की सिफारिश की।
शुरुआत में मानवाधिकार जननिगरानी समिति के संस्थापक और संयोजक डॉ. लेनिन रघुवंशी ने विषय वस्तु रखते हुए कहा कि मानवाधिकार जननिगरानी समिति पिछले 27 वर्षो के यातना व संगठित हिंसा से पीड़ित को मदद करके उनके जीवन को समाज में पुनस्थापित करने का प्रयास कर रही है। विगत वर्ष में 150 लोगों को टेस्टीमोनियल थेरेपी से संबल प्रदान किया गया। यातना पीड़ितों के समग्र पुनर्वास उनके गरिमापूर्ण जीवन जीने के लिये समान अवसर दिलाने के साथ आत्मनिर्भर बनाने के लिये 2261 परिवारों को किचन गार्डनिंग के लिये मौसमी सब्जी का बीज दिया गया। जिसमे कुल 36536 किलो सब्जी का उत्पादन हुआ। कोरोना काल के दौरान विधवा हुई महिलाये और एकल 16 महिलाओं को सिलाई मशीन दिया गया। पिछले 6 महीने में कुल अस्सी लाख तीस हाजर रुपये मुआवजा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के निर्देश पर पीड़ितों को मिला है।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन सावित्री बाई फुले की संयोजिका श्रुति नागवंशी ने किया। कार्यक्रम में भागीदारी जय कुमार मिश्रा, शिरीन शबाना खान, रिंकू पाण्डेय, अभिमन्यु प्रताप, सुशील कुमार चौबे, छाया कुमारी, ज्योति, प्रतिमा, ओंकार विश्वकर्मा, संतोष उपाध्याय सहित वाराणसी, सोनभद्र के सैकड़ों लोग उपस्थित रहे|
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