अस्सी घाट पर भव्य महाआरती की तैयारियां पूरी, 1 लाख दीपों की रोशनी में नहाएगा काशी का घाट

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वाराणसी। देव दीपावली के अवसर पर इस बार काशी का अस्सी घाट अद्भुत और दिव्य नजारे का साक्षी बनेगा। गंगा सेवा समिति की ओर से यहां भव्य महाआरती का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें परंपरा और आधुनिकता का सुंदर मेल दिखाई देगा। गंगा तट पर दीपों की झिलमिल रोशनी, वैदिक मंत्रों की गूंज और श्रद्धा का अद्भुत संगम एक दिव्य वातावरण बनाएगा।

 देव दीपावली के अवसर पर इस बार काशी का अस्सी घाट अद्भुत और दिव्य नजारे का साक्षी बनेगा। गंगा सेवा समिति की ओर से यहां भव्य महाआरती का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें परंपरा और आधुनिकता का सुंदर मेल दिखाई देगा। गंगा तट पर दीपों की झिलमिल रोशनी, वैदिक मंत्रों की गूंज और श्रद्धा का अद्भुत संगम एक दिव्य वातावरण बनाएगा।

गंगा सेवा समिति के तीर्थ पुरोहित बलराम मिश्र ने बताया कि इस वर्ष की आरती पहले से कहीं अधिक विशेष और भावनात्मक होगी। आरती में 7 अर्चक (मुख्य पुजारी) मिलकर गंगा मैया की पूजा-अर्चना करेंगे। महाआरती की शुरुआत वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर की जाएगी, ताकि कार्यक्रम में आध्यात्मिकता के साथ-साथ राष्ट्रभक्ति की भावना भी झलके।

अस्सी घाट पर भव्य महाआरती की तैयारियां पूरी, 1 लाख दीपों की रोशनी में नहाएगा काशी का घाट

घाट को सजाने की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इस बार आरती स्थल को 5 हजार गोबर के दीपों से सजाया जाएगा। यह पहल पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश भी देगी। इसके अलावा पूरा अस्सी घाट करीब 1 लाख दीपों की रोशनी से जगमगाएगा। जब दीप जलेंगे, तो उनकी परछाई गंगा की लहरों पर पड़कर मंत्रमुग्ध करने वाला दृश्य पेश करेगी।

अस्सी घाट पर भव्य महाआरती की तैयारियां पूरी, 1 लाख दीपों की रोशनी में नहाएगा काशी का घाट

कार्यक्रम की एक और खासियत यह होगी कि स्कूली बच्चे 21 प्रकार की रंगोलियां बनाएंगे। इन रंगोलियों में धार्मिक प्रतीक, गंगा की महिमा, स्वच्छता और एकता के संदेश दिखाई देंगे। रंगबिरंगी रंगोलियों से पूरा घाट आकर्षक रूप में सजेगा।

आरती के दौरान श्रद्धालुओं पर 5 क्विंटल पुष्पों से पुष्प वर्षा की जाएगी, जो माहौल को और भी पवित्र और मनोहर बना देगी। गंगा आरती के बीच घंटियों की ध्वनि, शंखनाद और वैदिक मंत्रों की गूंज से पूरा वातावरण भक्ति से भर जाएगा।

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने घाट पर सुरक्षा और स्वच्छता के पुख्ता इंतजाम किए हैं। बैरिकेडिंग, सफाई कर्मी और पुलिस बल की विशेष तैनाती की गई है ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो।

तीर्थ पुरोहित बलराम मिश्र ने कहा, “गंगा हमारी आस्था की प्रतीक हैं। देव दीपावली पर महाआरती के माध्यम से हम न केवल गंगा की आराधना करेंगे, बल्कि देश के वीर शहीदों को नमन कर राष्ट्रप्रेम का संदेश भी देंगे।”

अस्सी घाट पर यह महाआरती देव दीपावली की पहचान बन चुकी है। इस वर्ष भी जब लाखों दीप एक साथ जलेंगे, तो काशी एक बार फिर “प्रकाश की नगरी” के रूप में पूरी दुनिया के सामने अपनी दिव्यता बिखेरेगी।

 

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