नव वर्ष की पूर्व संध्या पर काशी में पुलिस अलर्ट, अस्सी घाट सहित प्रमुख स्थलों पर ड्रोन से निगरानी
वाराणसी। वर्ष 2025 की विदाई और नए साल के स्वागत के अवसर पर काशी में उमड़ रही भारी भीड़ को देखते हुए वाराणसी पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सख्त कर दिया है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के निर्देश पर जनपद में लगातार विशेष सुरक्षा अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी क्रम में प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर ड्रोन के माध्यम से भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या अप्रिय घटना को समय रहते रोका जा सके।

इस अभियान के तहत भेलूपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अस्सी घाट पर विशेष रूप से ड्रोन से निगरानी की गई। चौकी इंचार्ज अस्सी द्वारा ड्रोन उड़ाकर घाट क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया। ड्रोन कैमरे की मदद से घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं की संख्या, उनके आवागमन, संदिग्ध गतिविधियों और आपात परिस्थितियों पर पैनी नजर रखी जा रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार ड्रोन निगरानी से भीड़ नियंत्रण और त्वरित कार्रवाई में काफी मदद मिल रही है।
नववर्ष के अवसर पर वाराणसी में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। बाबा विश्वनाथ के दर्शन, गंगा स्नान और गंगा आरती में शामिल होने के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु काशी पहुंच रहे हैं। पुलिस के आंकड़ों के अनुसार प्रतिदिन चार लाख से अधिक श्रद्धालु श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन कर रहे हैं, जबकि गंगा घाटों पर घूमने और आरती देखने वालों की संख्या भी लगातार नए रिकॉर्ड बना रही है।
भीड़ को नियंत्रित करने और यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए वाराणसी पुलिस ने महाकुंभ की तर्ज पर विशेष डायवर्जन प्लान लागू किया है। काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र के साथ-साथ अस्सी घाट और नमो घाट पर “पलट प्रवाह” की तर्ज पर यातायात और पैदल आवागमन की व्यवस्था की गई है। इससे श्रद्धालुओं को सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से दर्शन और स्नान की सुविधा मिल सके।
सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए घाटों पर पैरामिलिट्री फोर्स की भी तैनाती की गई है। इसके अलावा, यातायात दबाव को कम करने के उद्देश्य से अस्सी घाट, दशाश्वमेघ घाट, नमो घाट और काशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र में 4 जनवरी तक बड़े वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ है। सबसे अधिक भीड़ अस्सी घाट, दशाश्वमेघ घाट, नमो घाट और बाबा विश्वनाथ धाम में देखी जा रही है। पुलिस प्रशासन द्वारा माहौल खराब करने वालों पर नजर रखने के लिए सोशल मीडिया की भी सतत निगरानी की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इन सभी सुरक्षा उपायों का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना और नए साल के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकना है। प्रशासन को उम्मीद है कि नववर्ष के दिन श्रद्धालुओं की संख्या अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ सकती है, जिसे लेकर पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड में है।

