BHU से रेफर होकर जाने वाले मरीजों को एम्स में मिलेगी वरीयता, दूर होंगी अस्पताल की कमियां, नए सिरे से बनाएंगे कार्ययोजना
वाराणसी। आईएमएस बीएचयू को एम्स जैसा बनाने की दिशा में काम तेज हो गया है। एम्स के निदेशक डॉ. एम. श्रीनिवास ने दो दिन तक आईएमएस का निरीक्षण कर मरीजों की सुविधाओं और संस्थान की जरूरतों को समझा। दिल्ली लौटने से पहले उन्होंने आईएमएस निदेशक प्रो. एस.एन. संखवार और डीन प्रो. अशोक कुमार के साथ चर्चा की। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान मरीजों की सुविधाओं में कुछ कमियां नजर आईं, जिनके समाधान और नए सिरे से कार्ययोजना तैयार की जाएगी। डॉ. श्रीनिवास ने बीएचयू से एम्स रेफर किए जाने वाले मरीजों को प्राथमिकता देने और छात्रों, पैरामेडिकल स्टाफ व संकाय सदस्यों को एम्स में प्रशिक्षण देने का सुझाव दिया।
दो साल में होगा बड़ा बदलाव
आईएमएस निदेशक प्रो. एस.एन. संखवार ने कहा कि एम्स निदेशक ने संसाधनों की कमी को दूर करने और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए कई सुझाव दिए हैं। संस्थान को सीधे फंडिंग का प्रावधान किया जा रहा है, जिससे अगले दो वर्षों में आईएमएस एम्स जैसा दिखने लगेगा।
हाईटेक होगा संस्थान
डीन प्रो. अशोक कुमार ने बताया कि क्लासरूम और हॉस्टल को हाईटेक बनाया जाएगा। साथ ही रिसर्च का दायरा बढ़ाने के लिए आधुनिक उपकरण मंगवाए जाएंगे। इन संसाधनों से न केवल शोध में प्रगति होगी, बल्कि छात्रों और मरीजों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी।
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