रविदास पार्क में करीब 1 लाख, जबकि पड़ाव स्थित दीनदयाल उपाध्याय पार्क में 18 हजार लोग पहुंच
वाराणसी। वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) के तहत विकसित संतगुरु रविदास स्मारक पार्क और पंडित दीनदयाल स्मृति स्थल इस साल रिकॉर्ड संख्या में आगंतुकों को आकर्षित करने में सफल रहे। अप्रैल 2024 से दिसंबर 2024 के बीच इन पार्कों ने न केवल लोगों की रुचि बढ़ाई, बल्कि पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में अपनी खास जगह बना ली।
संतगुरु रविदास स्मारक पार्क बना पहली पसंद
संतगुरु रविदास स्मारक पार्क ने मात्र आठ महीनों में 99,849 आगंतुकों का स्वागत किया। इनमें से 99,024 वयस्क और 825 बच्चे और किशोर शामिल थे। इस पार्क का मुख्य आकर्षण यहां स्थापित संतगुरु रविदास की भव्य मूर्ति और संगीत फव्वारे हैं। ये फव्वारे रात में प्रकाश और संगीत का अनूठा समन्वय प्रस्तुत करते हैं, जो हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।
पार्क की हरियाली, फूलों की क्यारियां, और बच्चों के लिए बनाए गए झूले इसे परिवारों के लिए एक आदर्श पिकनिक स्थल बनाते हैं। स्वच्छ पेयजल, शौचालय और बैठने की पर्याप्त व्यवस्था जैसे सुविधाजनक प्रबंधों ने आगंतुकों का अनुभव और भी यादगार बना दिया।
पंडित दीनदयाल स्मृति स्थल ने भी खींचा ध्यान
इसी अवधि में, पंडित दीनदयाल स्मृति स्थल ने 18,885 आगंतुकों का स्वागत किया। यहां पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की 63 फीट ऊंची भव्य मूर्ति और प्रकाशयुक्त फव्वारे मुख्य आकर्षण रहे।
स्मृति स्थल की स्वच्छता, हरियाली, और ओपन थिएटर ने न केवल स्थानीय लोगों बल्कि पर्यटकों को भी आकर्षित किया। यहां सांस्कृतिक और शैक्षिक कार्यक्रमों के लिए बढ़िया आयोजन स्थल उपलब्ध है।
आगंतुकों की संख्या में भारी वृद्धि, आय में भी इजाफा
पिछले वर्षों की तुलना में दोनों पार्कों में आगंतुकों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि देखी गई। संतगुरु रविदास स्मारक पार्क जहां करीब एक लाख आगंतुकों तक पहुंचा, वहीं पंडित दीनदयाल स्मृति स्थल ने भी अपनी अनूठी विशेषताओं के कारण पर्यटकों को आकर्षित किया।
वीडीए उपाध्यक्ष का बयान
वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री पुलकित गर्ग ने कहा: "हमारे पार्क न केवल शहर की सुंदरता को बढ़ा रहे हैं, बल्कि लोगों को प्रकृति और सांस्कृतिक धरोहरों से जोड़ने का भी काम कर रहे हैं। भविष्य में हम सुविधाओं को और बेहतर बनाएंगे।"