चार लाख से अधिक भक्तों ने मां अन्नपूर्णा के दरबार में लगाई हाजिरी, बंटे पांच लाख सिक्के
वाराणसी। धनतेरस पर मां अन्नपूर्णा के दर्शन के लिए चार लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। गुरुवार रात से मां अन्नपूर्णा के दर्शन के लिए लगी कतार शुक्रवार देर रात तक अटूट बनी रही। मां अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी स्वरूप के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की दो किलोमीटर से अधिक लंबी कतार लगी रही। मंदिर के कपाट खुलते ही पूरा परिसर काशीपुराधीश्वरी के जयकारे से गूंज उठा। धनतेरस के दिन से ही काशी में पांच दिवसीय दीपावली महापर्व की शुरुआत हो गई है।
महंत शंकरपुरी ने माता का स्वर्ण शृंगार किया और इसके बाद पहले दिन शुभ लग्न में अर्चक डाॅ. राम नारायण द्विवेदी और सत्य नारायण के आचार्यत्व में महंत शंकर पुरी ने पूजन शुरू किया। लगभग एक घंटे विधि पूर्वक पूजन के बाद मां की आरती उतारी गई। इसके बाद खजाने का पूजन हुआ। दोपहर सवा एक बजे आम भक्तों के लिए पट खोल दिए गए। अस्थायी सीढ़ी से होते हुए श्रद्धालु मां की स्वर्णिम प्रतिमा के सामने पहुंचे तो एक झलक मिलते ही ऐसा लगा कि मानो सब कुछ मिल गया। भक्तों ने माता से सुख और साैभाग्य का आशीर्वाद मांगा। भीड़ इतनी थी कि टुकड़ों-टुकड़ों में भीड़ को छोड़ा जा रहा था। भीड़ को नियंत्रित करने में सुरक्षाकर्मी व मंदिर के वाॅलंटियर्स को काफी मशक्कत करनी पड़ी। शयन आरती के बाद कपाट बंद कर दिए गए। शनिवार को फिर भोर में मंगला आरती से माता के स्वर्णमयी स्वरूप के दर्शन शुरू हो जाएंगे। श्रद्धालु 14 नवंबर तक दर्शन पूजन कर सकेंगे।
काशी विश्वनाथ धाम में मां अन्नपूर्णा के दरबार में हुई धनवर्षा
काशी विश्वनाथ धाम में शुक्रवार की दोपहर मध्याह्न भोग आरती के बाद मां अन्नपूर्णा का पट आम दर्शनार्थियों के लिए खोल दिया गया। धन त्रयोदशी पर दर्शनार्थी मां अन्नपूर्णा के अन्न और धन का प्रसाद लेने के लिए कतार में लग गए। मां का दर्शन कर सभी दर्शनार्थी घर परिवार और कुटुंब के मंगल की कामना की। मंदिर प्रशासन की ओर से धान का लावा और सिक्का प्रसाद स्वरूप सभी दर्शनार्थियों को वितरित किया गया।
काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय ने बताया कि अन्न और धन का प्रसाद वितरण का कार्यक्रम शुक्रवार से शुरू होकर पांच दिन तक चलेगा। जो भी दर्शनार्थी श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में आएगा उसको प्रसाद वितरित किया जाएगा। मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। दर्शनार्थियों को परिसर में पेयजल व किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसलिए वॉलंटियर्स भी तैनात किए गए हैं। लगातार होने वाले पांच दिवसीय कार्यक्रम में अधिकारियों और कर्मचारियों की अलग से ड्यूटी भी लगाई गई है।
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