शीतला महोत्सव की अंतिम रात्रि में भक्ति, संगीत और नृत्य की त्रिवेणी ने मोहा मन, गंगा की सुरमयी लहरों के बीच बही सुरों की धारा

समारोह की शुरुआत माता शीतला को पंचामृत स्नान कराकर पारंपरिक षोडशोपचार विधि से पूजन के साथ हुई। पूजन की अगुवाई मंहत पंडित शिवप्रसाद पांडेय एवं पंडित पुरुषोत्तम पांडेय ने की। इस पावन अवसर पर माता की आरती पंडित अविनाश पांडेय द्वारा की गई, जिससे माहौल पूर्णतः भक्तिरस से सराबोर हो गया।
कार्यक्रम के सांस्कृतिक भाग की शुरुआत शहनाई वादन से हुई, जिसमें दिलीप शंकर और उनके साथी कलाकारों ने राजश्री की धुन पर 'चैती पचरा' बजाकर सभी को भाव-विभोर कर दिया। उनके साथ गणेश, मोहनलाल (शहनाई), राजेंद्र (दुक्कड़) और राजेश (तबला) ने शानदार संगत की। इसके बाद आकाशवाणी वाराणसी के उप निदेशक और ख्यात बांसुरी वादक राजेश गौतम ने राग यमन में अलाप, जोड़, झाला और ठुमरी की मनमोहक धुन प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसमें डॉ. शिवांशु गौतम ने तबले पर संगति दी।
नृत्य प्रस्तुति की श्रृंखला में शिप्रा घोष, मनस्वी गुप्ता और धनश्री अन्वी ने "नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय..." श्लोक पर आधारित शिव स्तुति पर कथक नृत्य प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों को अध्यात्म से जोड़ दिया। अदिति शर्मा और सिद्धि कस्तूरी ने 'जय जय गणेश गजानन' और 'महिषासुर मर्दिनी' पर भावपूर्ण नृत्य के माध्यम से गणपति और दुर्गा की स्तुति में अपनी श्रद्धा अर्पित की।
भोजपुरी लोकसंगीत के सम्राट भरत शर्मा व्यास ने देवी गीतों की ऐसी झड़ी लगाई कि पूरा परिसर भक्ति से झूम उठा। ‘शीतला मैया काशी वाली’, ‘निविया के डार मैया’, ‘लाले रंग मंदिर बा’, ‘काली माई बाड़ी मोरा गांव’ जैसे गीतों ने भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उनके साथ विकास मिश्रा, अंशिका सिंह, सरस्वती कृष्णमूर्ति, अवधेश पाठक, और गोरखपुर के नंदू मिश्रा ने भी भजनों की भव्य प्रस्तुति दी।
गोरखपुर के सुप्रसिद्ध भजन गायक नंदू मिश्रा ने ‘गणपति राखो मेरी लाज’ जैसे सुमधुर भजनों से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने गणेश वंदना से शुरू कर हनुमान चालीसा के साथ अपनी प्रस्तुति का समापन किया, जिसे देर रात तक श्रोताओं ने तन्मय होकर सुना।
सभी कलाकारों को चुनरी, प्रसाद, माला और आकर्षक टोपियों के साथ सम्मानित किया गया। यह सम्मान डॉ. मनीष पांडेय, पंडित कमलेश पांडेय, पंडित राजेश तिवारी, अभय पांडेय, पंडित सुनील शर्मा और पंडित विजय कृष्ण मिश्र द्वारा प्रदान किया गया। कार्यक्रम देर रात्रि तक चलता रहा, जिसमें सुल्तानपुर के राजेश तिवारी, प्रयागराज के अरुण सिंह, जय पांडे और बक्सर के विनय मिश्रा ने भी अपने सुमधुर भजनों से उपस्थित श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।