BHU में शुरू हुआ चिपको आंदोलन, पेड़ो को बचाने के लिए NSUI ने चलाया अभियान
वाराणसी। बीएचयू में हरे पेड़ों की कटाई के विरोध में पर्यावरण प्रेमी छात्रों युवाओं ने चिपको आंदोलन चलाया। NSUI BHU इकाई ने आरोप लगाया गया कि कुलपति पेड़ों को काटकर परिसर और शहर के पर्यावरण को क्षति पंहुचा रहे हैं। NSUI BHU के सदस्यों ने पेड़ों के साथ लिपटकर आज चिपको आंदोलन की शुरुवात किया।
इकाई अध्यक्ष राजीव नयन ने कहा कि आज का हमारा प्रदर्शन BHU में हरे भरे पेड़ों को काटने को लेकर है। BHU में निरंतर हो रही पेड़ कटाई से छात्रों में रोष व्याप्त है। ये वृक्ष हमारे परिसर का आभूषण है। लंका सड़क से बीएचयू गेट के अंदर आते ही तापमान में कमी आ जाती है। इसके पीछे इन पेड़ों की ही हरियाली होती है। छात्रों की मांग है कि तत्काल यह कटाई रोकी जाए। छात्रों का साफ संदेश है कि ये कटाई नहीं रुकी तो हम परिसर में बड़े स्तर के आन्दोलन के लिए विवश होंगे और यह निर्णय कुलपति को लेना है।
ज्ञातव्य है कि काशी हिन्दू विश्विद्यालय में केंद्रीय विद्यालय से लेकर नरिया गेट तक अधिकांश हरे पेड़ काटे जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि विवि में कई दुर्लभ प्रजाति और औषधि महत्व के पेड़ है।
वहीं प्रशासन का कहना है कि पेड़ों की उम्र हो चुकी है। अजीब तर्क है जो समझ से परे है। पर्यावरणीय स्केल पर शहर के ऑक्सीजन का बैंक है ये परिसर। एयर क्वालिटी इंडेक्स में शहर के हालात दिन ब दिन खराब हो रहे है। ऐसे में अपने हरित क्षेत्र को कम करके हम कैसा शहर बनाना चाह रहे है ? पहले से क्या हॉस्पिटल में श्वांस रोगियों की संख्या कम है ?
प्रदर्शन में कुलपति जवाब दो, हरे पेड़ों की कटाई बन्द हो, सेव ट्री सेव बीएचयू, पेड़ों की लंबाई बढ़ाओ सड़कों की चौड़ाई नहीं, आदि नारे लिखे प्लेकार्ड / पोस्टर लिए लोग खड़े हुए औऱ पेड़ से लिपटे रहे।
इस दौरान अभिषेक, दीपक, कशिश, अनन्या, सतीश, शांतनु सिंह गौर, दीपक कुमार, चंद्र देव, राहुल, मुरारी, आकाश, अनुज, प्रियदर्शन मीणा, अक्षय, शिवा, धनंजय सुग्गु, शांतनु, जितेंद्र समेत दर्जनों छात्र छात्राएं और युवा उपस्थित रहे।
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