निषाद पार्टी के नेता धर्मात्मा निषाद को न्याय दिलाने के लिए BHU में निकाला कैंडल मार्च, दो दिन पहले सुसाइड नोट लिखकर लगाई थी फांसी
को बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा सोमवार देर शाम युवा नेता धर्मात्मा निषाद के राजनीतिक के अकाल मृत्यु पर शोक संवेदना प्रकट करते हुए कैंडल मार्च निकाला गया और उनके लिए न्याय की मांग की गई। शोक सभा को सम्बोधित करते हुए छात्र नेता डबलू यादव ने कहा कि आज राजनीति में परिवारवाद इतना हावी हो चुका है कि लोग किसी भी नौजवान को बर्दाश्त नहीं करना चाहते हैं, इसी का खामियाजा धर्मात्मा निषाद ने भुगता।
छात्र नेता पुनीत सिंह ने कहा कि यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि यह वर्तमान सामाजिक और राजनैतिक माहौल पर गंभीरता से विचार करने पर मजबूर करती है। एक नौजवान जो अपने समाज के लिए रात-दिन एक किए रहता है, हक अधिकार की लड़ाई लड़ता है, वह भला कैसे इतना कमजोर हो गया कि उसने आत्महत्या जैसे रास्ते को चुना।
छात्र नेता अभिलाष यादव ने कहा कि हर वो नौजवान जो सक्रिय राजनीति में नया हैं और अपने बल पर अपनी पहचान बना रहा है वह राजनीतिक मठाधीशों के आंखों की किरकिरी हैं, उन्हें हर तरह से दबाया जा रहा है, झूठे राजनीतिक मुकदमों में फंसाया जा रहा है।
वहीं छात्र नेता हरिश्चंद्र केवट ने कहा कि जो संजय निषाद मंत्री बनने से पहले निषादों को आरक्षण दिलाने, लोकसभा विधानसभा पहुंचाने की कसमें खाते रहते थे,वो आज अपने परिवार को सांसद, विधायक बनाने में लगें हैं।
आज समाज में उनके खिलाफ इतना रोष व्याप्त है कि उत्तर प्रदेश के हर जिले से इनके खिलाफ आवाज उठ रही है, धर्मात्मा निषाद की हत्या सीधे तौर पर राजनीतिक हत्या है, उनका सुसाइड नोट चीख-चीख कर न्याय मांग रहा है।
बताते दें कि बीते दिनों महाराजगंज निवासी निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव युवा नेता धर्मात्मा निषाद ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली और आत्महत्या से पहले अपने फेसबुक प्रोफाइल पर एक सुसाइड नोट छोड़ा। उनके द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट में कैबिनेट मंत्री (मत्स्य) संजय निषाद, उनके बड़े लड़के संत कबीर नगर के पूर्व सांसद प्रवीण निषाद, विधायक श्रवण निषाद और जयप्रकाश निषाद पर गंभीर आरोप लगाया है। सुसाइड से एक दिन पहले की फेसबुक पोस्ट पर नजर डालें तो उनकी नाराज़गी साफ जाहिर होती है। धर्मात्मा निषाद क्षेत्र के लोगों में लोकप्रिय थे उनकी युवाओं में बढ़ती पैठ ने निषाद पार्टी के मुखिया की बैचेनी बढ़ा दी थी।

