काशी को प्लास्टिक मुक्त और हरित क्षेत्र बनाने की पहल, नगर निगम ने बनाई योजना
वाराणसी। काशी और आसपास के क्षेत्रों में लगातार बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए नगर निगम ने ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। “स्वच्छ काशी, सुंदर काशी” अभियान के तहत प्लास्टिक मुक्त शहर और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में व्यापक कार्य योजना बनाई जा रही है।
प्लास्टिक मुक्त काशी
नगर निगम ने शहर के सभी क्षेत्रों में प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए अभियान तेज कर दिया है। इस महीने अब तक 250 किलो से अधिक प्रतिबंधित प्लास्टिक जब्त किया गया है। अभियान के दौरान न केवल चेतावनी दी जा रही है, बल्कि नियम तोड़ने वालों पर आर्थिक दंड भी लगाया जा रहा है।
गंगा पार वन क्षेत्र की योजना
वन क्षेत्र के विस्तार के लिए नगर निगम गंगा पार एक नया हरित क्षेत्र विकसित करने की तैयारी कर रहा है। यह क्षेत्र बाढ़ प्रभावित स्थानों से हटकर होगा। यहां स्थानीय किसानों के सहयोग से ऑर्गेनिक खेती को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
जल संरक्षण और आय स्रोत
नगर निगम ने क्षेत्र के लगभग 150 तालाबों की पहचान की है, जिनका कुल क्षेत्रफल 550 बीघा है। सूख चुके तालाबों को फिर से सक्रिय किया जाएगा और मत्स्य पालन के लिए आवंटित किया जाएगा। मछुआरा समाज को प्राथमिकता देकर इन्हें 1-2 साल के लिए पट्टे पर दिया जाएगा।
भूमि संरक्षण और उपयोग
नगर निगम ने अभियान चलाकर कब्जाई गई अरबों की जमीन को मुक्त कराया है। इन जमीनों का उपयोग विकास परियोजनाओं, होटल और अस्पतालों जैसे संस्थानों को देने के लिए किया जाएगा।
मणिकर्णिका घाट का विकास
मणिकर्णिका घाट को 17 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है। घाट पर रखी लकड़ियों की समस्या को हल करने के लिए लकड़ी कारोबारियों से समन्वय किया जा रहा है। इन सभी योजनाओं के कार्यान्वयन से काशी का पर्यावरण सुधरेगा और नगर निगम की आय के नए स्रोत विकसित होंगे।