मिशन शक्ति 5.0 : सशक्त महिला बीट प्रणाली पर जोर, बीट अधिकारियों को दी बुकलेट
वाराणसी। मिशन शक्ति (फेज-5.0) अभियान के अंतर्गत वाराणसी कमिश्नरेट में महिला अपराध नियंत्रण को लेकर एक विशेष गोष्ठी आयोजित की गई। इस गोष्ठी का नेतृत्व अपर पुलिस उपायुक्त (महिला अपराध) ममता रानी ने किया। इसमें सभी थानों की महिला बीट अधिकारियों ने भाग लिया। इसमें महिला बीट प्रणाली को मजबूत करने और महिला बीट अधिकारियों की भूमिका को और अधिक प्रभावी बनाने पर चर्चा की गई। साथ ही महिला बीट अधिकारियों को बुकलेट भी प्रदान की गई।

विशेष बुकलेट में महिला बीट प्रणाली के तहत किए जाने वाले कार्यों का विवरण, सरकारी योजनाओं, महिला हेल्पलाइन नंबरों और महिला संबंधित कानूनों की जानकारी शामिल है। इस बुकलेट का उद्देश्य महिला बीट अधिकारियों को आवश्यक जानकारी और संसाधन उपलब्ध कराना है, ताकि वे अपने क्षेत्र में महिलाओं की समस्याओं को शीघ्रता से पहचान सकें और उनका समाधान निकाल सकें। महिला बीट अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे अपने बीट क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं, बालिकाओं और महिला अपराध की पीड़िताओं से लगातार संपर्क बनाए रखें और उनकी समस्याओं को जानकर समाधान निकालने का प्रयास करें। किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न होने पर महिला बीट अधिकारी को उच्च अधिकारियों को तुरंत सूचित करने के निर्देश दिए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों और झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाली महिलाओं की समस्याओं पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है, ताकि उन्हें पुलिस की मदद बिना किसी झिझक के मिल सके।
महिला बीट प्रणाली का उद्देश्य उन महिलाओं तक पुलिस सहायता पहुंचाना है, जो सामाजिक या पारिवारिक कारणों से पुलिस से संपर्क करने में संकोच करती हैं या सक्षम नहीं हैं। इसके साथ ही गोष्ठी में महिला अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने बीट क्षेत्र में भ्रमण कर आमजन से संवाद स्थापित करें, जन-चौपाल आयोजित कर महिलाओं की समस्याएं सुनें, और महिला अपराध की नियमित निगरानी करें। मिशन शक्ति-5.0 के तहत महिलाओं को सरकारी योजनाओं और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने पर भी जोर दिया गया। महिला बीट अधिकारियों को शासन द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं और विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों (जैसे 112, 1090, 181, 108, 1076) के बारे में महिलाओं को जागरूक करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा, संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर गॉवों और मोहल्लों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए भी कहा गया।

