मंत्री नन्दी ने वाराणसी क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्रों के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की
वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने बुधवार को सर्किट हाउस सभागार वाराणसी में उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के वाराणसी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले औद्योगिक क्षेत्रों के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। जिसमें मंत्री नन्दी ने अधिकारियों को औद्योगिक क्षेत्रों का समुचित विकास करने, प्राथमिकता के आधार पर उद्यमियों की हर सम्भव मदद करने और औद्योगिक इकाईयों को स्थापित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक में मंत्री नन्दी औद्योगिक क्षेत्रों में बंद पड़ी इकाईयों की विस्तृत जानकारी को लेकर काफी गंभीर दिखे। जिसको लेकर मंत्री नन्दी ने अधिकारियों से विस्तृत जानकारी मांगी। साथ ही कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में उद्योग को बढ़ावा देना, उद्यमियों की समस्याओं का समाधान करना हमारी सरकार की प्राथमिकताओं में एक है। इसलिए इस कार्य में लापरवाही न बरती जाए। कहा कि जो इकाईयां बंद हुई हैं, उनके कारणों का पता लगाया जाए, जिसके लिए पहले स्थानीय स्तर पर निस्तारण का प्रयास किया जाए। इसके बाद भी अगर समाधान नहीं निकलता है तो विभागीय स्तर पर प्रक्रिया अपनाई जाए। ताकि खाली पड़ी भूमि का उपयोग हो सके। इस दौरान मंत्री नन्दी ने औद्योगिक क्षेत्रों में स्थापित कुछ औद्योगिक इकाईयों को अलाटमेंट लेटर प्रदान किया।
मंत्री नन्दी ने बैठक में वाराणसी क्षेत्र के एग्रो पार्क करखियांव वाराणसी, औद्योगिक क्षेत्र रामनगर फेज-1, फेज-2, औद्योगिक क्षेत्र आईआईडीसी, चंदौली एवं औद्योगिक क्षेत्र सिधवन जौनपुर के कार्यों की समीक्षा की। मंत्री नन्दी ने अधिकारियों को औद्योगिक इकाईयों की लीज डीड, कब्जा की तिथि रिकार्ड में अंकित किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में कितनी इकाई चल रही है, कितनी बंद हो गई है लेआउट मैप के साथ रिपोर्ट में दिया जाए। जिसकी स्पष्ट जानकारी अधिकारी समीक्षा बैठक के दौरान नहीं दे सके। बैठक में उद्यमी मित्रों के उपस्थित न रहने पर मंत्री नन्दी ने कहा कि समीक्षा बैठक में उद्यमी मित्रों की उपस्थिति अनिवार्य है।
समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों ने औद्योगिक इकाईयों के बकाया के अंतर को जानने के लिए पीएनबी के साथ पोर्टल "नो योर ड्यूज" बनाए जाने की जानकारी दी गई, जिसमें जानकारी स्पष्ट रूप से दिखाई दी। जिसकी मंत्री नन्दी ने तारीफ की। मंत्री नन्दी ने औद्योगिक क्षेत्रों के अधिकारियों से औद्योगिक क्षेत्रों में बंद इकाईयों की जानकारी मांगी, जिसके बारे में अधिकारी स्पष्ट संख्या नहीं बता सके। जिस पर मंत्री नन्दी ने अधिकारियों से कहा कि सभी औद्योगिक क्षेत्रों में कितनी इकाईयां बंद हैं, कब से बंद हैं और क्यों बंद हैं इसकी पूरी जानकारी दी जाए। इसमें लापरवाही कत्तई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में एक उद्यमी ने कहा कि भूमि नीलामी तिथि की जानकारी नहीं हो पाती है। जिस पर एसीईओ स्मिता लाल ने कहा कि भूमि नीलामी की जानकारी यूपीसीडा के वेबसाइट पर दी जाती है, जो पंद्रह दिन तक वेबसाइट पर उपलब्ध रहती है। साथ ही अखबारों में भी विज्ञापन प्रकाशित कराया जाता है। जिसके माध्यम से जानकारी ली जा सकती है।
अधिकारियों द्वारा बताया गया कि पिछले दिनों आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में यूपीसीडा द्वारा कुल 21 एमओयू हस्ताक्षरित किए गए थे, जिसमें 16,844 के निवेश की सम्भावना है। जिस पर मंत्री नन्दी ने ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए तैयार एमओयू के बारे में पूछा तो अधिकारियों ने बताया कि 12 निवेशक 11,255 करोड़ के निवेश के लिए तैयार हैं।
समीक्षा बैठक के दौरान ही मेसर्स गेल गैस मिलमिटेड रामनगर-द्वितीय, मेसर्स विनायक पॉलीवेन्चर्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स एकेटी बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड एवं विवेक जालान को अलाटमेंट लेटर प्रदान किया। बैठक में एसीईओ यूपीसीडा श्रीमती अस्मिता लाल, वरिष्ठ प्रबंधक सिविल आरके चौहान, क्षेत्रीय प्रबंधक आशीषनाथ, देव भट्टाचार्य अध्यक्ष रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन, दयाशंकर मिश्रा अध्यक्ष रामनगर इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन एवं मनोज मद्धेशिया अध्यक्ष एग्रो पार्क इण्डस्ट्रीज वेलफेयर सोसाइटी औद्योगिक क्षेत्र एग्रो पार्क करखियांव वाराणसी उपस्थित रहे।
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