काशी विश्वनाथ धाम में 51 शक्तिपीठों की आराधना के साथ पंचमी पर हुआ ललिता सहस्रनाम पाठ, मां विशालाक्षी व स्कंदमाता को भेंट की गई श्रृंगार सामग्री
वाराणसी। शारदीय नवरात्रि के महापर्व के अंतर्गत, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा आयोजित नौ दिवसीय कार्यक्रमों की श्रृंखला के तहत सोमवार को को पंचमी तिथि के अवसर पर धाम के मंदिर चौक में 51 मातृशक्ति स्वरूपा महिलाओं द्वारा ललिता सहस्रनाम पाठ का शास्त्रीय आयोजन हुआ। यह अनुष्ठान 51 शक्तिपीठों का प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व करते हुए सम्पन्न हुआ। नवरात्रि के पंचमी तिथि पर ललिता सहस्रनाम पाठ का विशिष्ट धार्मिक महत्व है, जिसे ध्यान में रखते हुए यह आयोजन किया गया।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण ने अनुष्ठान करने वाली मातृशक्तियों का चरण स्पर्श कर उन्हें सम्मानित किया और रुद्राक्ष माला एवं दुपट्टे से अभिनंदन किया। इस पावन अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने शक्तिपीठ माता विशालाक्षी और पंचमी तिथि की अधिष्ठात्री देवी स्कंदमाता को श्रृंगार सामग्री भेंट की, जो श्री विश्वनाथ धाम से अर्पित की गई थी।
विशेष रूप से काशी में ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ के सन्निकट होने का यह विशेष संयोग, शैव-शाक्त परंपरा की अभिन्नता को दर्शाता है। श्री काशी विश्वनाथ न्यास ने घोषणा की है कि अब प्रत्येक नवरात्रि पर देवी के सोलह श्रृंगार एवं पर्व वस्त्र का समर्पण काशीपुराधिपति श्री विश्वनाथ महादेव द्वारा किया जाएगा। यह आयोजन सनातन धर्म के इस धार्मिक अभिन्नता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करेगा। न्यास ने सभी सनातन धर्मावलंबियों से इस तरह के पर्वों को और अधिक उत्सवमय और समृद्ध बनाने के लिए सुझावों का स्वागत किया है, ताकि यह परंपरा उल्लासपूर्वक अक्षुण्ण बनी रहे।
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