गोसेवा हेतु शंकराचार्य जी से मार्गदर्शन लेगा काशी का सिन्धी समाज, पुस्तिका का होगा विमोचन

वाराणसी, 10 जून 2025: प्रयागराज में प्रथम रामा गोधाम की स्थापना के बाद परमाराध्य परमधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामिश्री: अविमुकेश्वरानंद: सरस्वती जी महाराज काशी पधारे। प्रयागराज में आयोजित समारोह में भारी संख्या में गौभक्त उपस्थित रहे। इस अवसर पर शंकराचार्य जी ने कहा कि राष्ट्र के सभी जिलों में रामा गोधाम स्थापित कर गौमाता की सेवा की जाएगी। यदि कोई व्यक्ति, संगठन या सरकार गौसेवा में असमर्थ है, तो गौमाता को रामा गोधाम पहुंचाया जा सकता है, जहां उनकी पूर्ण देखभाल होगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक गौकशी पूर्णतः बंद नहीं होती और गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित नहीं किया जाता, तब तक गौरक्षा आंदोलन जारी रहेगा। गौमाता को सुरक्षा, सम्मान और सत्कार देकर ही भारत पुनः विश्वगुरु बन सकता है।
शंकराचार्य जी के मीडिया प्रभारी संजय पाण्डेय ने बताया कि प्रयागराज के बाद रामपुर में माता काली और महासरस्वती के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत काशी लौटने पर श्रीविद्यामठ में संतों और भक्तों ने शंकराचार्य जी का भव्य स्वागत किया। भक्तों ने चरणपादुका पूजन और आरती कर उनका अभिनंदन किया।
पुस्तिका विमोचन और गौसेवा मार्गदर्शन: 11 जून को दोपहर 3 बजे केदारघाट के समीप श्रीविद्यामठ में सिन्धी समाज के संत साईं जलकुमार मसंद साहिब द्वारा तैयार गौसेवा अभियान से संबंधित पुस्तिका का विमोचन शंकराचार्य जी के करकमलों द्वारा होगा। इस अवसर पर काशी का सिन्धी समाज गौसेवा के लिए मार्गदर्शन प्राप्त करेगा।
योग कार्यक्रम: 11 जून को सुबह 7 से 9 बजे तक शंकराचार्य जी के सान्निध्य में योगगुरु मंगेश त्रिवेदी और योगाचार्य अंजना त्रिपाठी के संचालन में योग से संबंधित कार्यक्रम आयोजित होंगे।