काशी बिस्किट्स एंड कन्फेक्शनरी व्यापार मण्डल की बैठक, व्यापारियों ने उत्पीड़न के खिलाफ एकजुट होने का लिया संकल्प
वाराणसी। काशी बिस्किट्स एंड कन्फेक्शनरी व्यापार मण्डल की सालाना बैठक नमो घाट पर हुई। इसमें व्यापारियों ने न केवल नव वर्ष की शुभकामनाएं दी, बल्कि GST विभाग और खाद्य विभाग द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न के मुद्दे पर गहरी चर्चा की। इस दौरान व्यापारियों ने उत्पीड़न के खिलाफ एकजुट होने का संकल्प लिया।
अजीत सिंह बग्गा की अध्यक्षता में आयोजित मीटिंग में व्यापारियों ने संगठन के महत्व को समझा। एकजुट होकर उत्पीड़न के खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया। व्यापारियों ने सरकार से कई अहम मांगें रखी, जिसमें जुर्माने की राशि में एकरूपता लाने, छोटे व्यापारियों के उत्पीड़न को रोकने और खाद्य लाइसेंस में अधिक छूट देने की बात की गई। व्यापारियों ने यह भी कहा कि खाद्य लाइसेंस न होने पर पहले चेतावनी दी जानी चाहिए और फिर यदि आवश्यक हो तो जुर्माना लिया जाए।
व्यापारियों ने मल्टीनेशनल कंपनियों के दबाव के कारण कुटीर उद्योगों के संकट पर चिंता जताई और कहा कि त्यौहारों के समय सैंपल के नाम पर कुटीर उद्योगों का शोषण किया जा रहा है। इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। व्यापारियों ने जीएसटी में कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 40 लाख रुपये तक की छूट को बढ़ाकर एक करोड़ रुपये करने की मांग की। उन्होंने ऑनलाइन व्यापारियों को स्टॉक की सीमा में बांधने की बात भी की, ताकि छोटे व्यापारी ऑनलाइन व्यापार के बढ़ते दबाव से बच सकें। इस दौरान सुशील लखमानी, ओमप्रकाश, जितेंद्र गुप्ता, संजय गुप्ता, मनीष गुप्ता शामिल थे।