नौकरी दिलाने के नाम फर्जी टेलीकालिंग के माध्यम से करते थे ठगी, इंटरस्टेट गैंग के सरगना समेत दो गिरफ्तार
प्रकरण के मुताबिक, जौनपुर के रहने वाले श्रेयांश कुमार मिश्रा ने वाराणसी के साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें उन्होंने बताया था कि उन्हें ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से नौकरी दिलाने के नाम पर 11 लाख रुपए ठग लिए गए हैं। पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस व टेक्नोलॉजी के माध्यम से उनके गैंग का पता लगाया। जिसमें पुलिस को जानकारी हुई कि यह सभी दिल्ली से टेलीकॉलिंग के माध्यम से लोगों को अपना निशाना बनाते हैं। पुलिस ने दबिश देते हुए अभियुक्त रोहित कुमार व अतीत कुमार को गिरफार किया। दोनों दक्षिणी दिल्ली के रहने वाले हैं।
कंपनियों से डाटा चुराकर लोगों को बनाते थे निशाना
पुलिस की पूछताछ में उनके अपराध करने का जो तरीका सामने आया है, वह काफी चौंकाने वाला है। यह सभी नौकरी देने वाली वेबसाइटों जैसे shine.com, naukri.com, foundit.in जैसे कई वेबसाइट से रिज्यूम निकालते थे। कॉल सेंटर को फर्जीतरीके से प्राइवेट लिमिटेड कंपनी दिखाकर उसमें नौकरी कंसल्टेंसी का काम दिखाते हुए उक्त कंपनियों को धोखे में रखकर अपलोड किए हुए रिज्यूम निकाल लेते थे। इसके बाद रिज्यूम पर दिए नंबर से लोगों को कॉल करते थे और अपने झांसे में लेते थे। इस तरह साइबर अपराधी रजिस्ट्रेशन फीस, अपॉइंटमेंट फीस, वेरिफिकेशन फीस, बीमा फीस इत्यादि का हवाला देते हुए लोगों से लाखों रुपए ठग लेते थे।
टेलीकॉलर के तौर पर कर चुके हैं काम
पुलिस की पूछताछ में इन्होने बताया कि यह लोग पूर्व में कॉल सेंटर तथा विभिन्न नौकरी देने वाली कंपनियों में टेलीकॉलर के रूप में काम कर चुके हैं। जहां से इन्हें अच्छा खासा अनुभव हो चुका है। पुलिस ने उनके पास से 15 अदद कीपैड मोबाइल, तीन एंड्राइड मोबाइल, तीन आईओएस मोबाइल, 5 एटीएम कार्ड, 8 पासबुक, 30 फर्जी सिम कार्ड, 8 चेकबुक, एक कंप्यूटर सिस्टम, एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, सात फर्जी बैंक अप्वाइंटमेंट लेटर, 6 कस्टमर रिज्यूम/डाटा शीट, दो चार पहिया वाहन और 5300 रुपए नगद बरामद किए हैं।
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