कार्यशाला में पीएम कुसुम योजना के बाबत दी जानकारी, सौर ऊर्जा का महत्व बताया
वाराणसी। मिर्जामुराद के कल्लीपुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में गुरुवार को पीएम कुसुम योजना के संघटकों पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम में केंद्र के प्रभारी डॉ. नवीन कुमार सिंह ने किसानों को सौर ऊर्जा के कृषि क्षेत्र में उपयोगिता पर विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में ए.एस.सी.आई.-एन.एस.एफ.आई. के विशेषज्ञ मंगेश जी ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से पीएम कुसुम योजना के कंपोनेंट-ए पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत कोई भी किसान, प्रोड्यूसर कंपनी, स्वयं सहायता समूह, किसान समूह या सहकारी समिति इसका लाभ उठा सकते हैं। योजना के तहत 500 केवीए से 1 मेगावाट तक के सोलर पैनल लगाने की सुविधा है, जिसका खर्चा लगभग दो से चार करोड़ रुपये होगा। सोलर ऊर्जा से प्रति यूनिट 4.80 रुपये की कमाई के साथ किसान अपनी जमीन पर खेती कर अतिरिक्त लाभ कमा सकते हैं।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अमितेश सिंह ने बताया कि एक मेगावाट की सौर इकाई के लिए किसानों को चार एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी, और इसमें कोलेटरल फ्री लोन की सुविधा सरकार द्वारा बैंकों के माध्यम से दी जाएगी। इस अवसर पर वैज्ञानिक डॉ. राहुल कुमार सिंह और डॉ. श्री प्रकाश सिंह ने सौर ऊर्जा के संरक्षण और सिंचाई में इसके उपयोग पर भी चर्चा की।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।