अतुल्य गंगा परिक्रमा अभियान के जरिये भागीरथी के निर्मलीकरण की कवायद, इकट्ठा कर रहे गंगा जल का सैंपल
वाराणसी। देश भर में गंगा को निर्मल और अविरल बनाने के उद्देश्य से चल रही "अतुल्य गंगा परिक्रमा" यात्रा का नेतृत्व सेना के लेफ्टिनेंट जनरल वीके भट्ट कर रहे हैं। यह यात्रा 13 अक्टूबर को ऋषिकेश से शुरू हुई और वाराणसी पहुंची। इस परिक्रमा का मुख्य उद्देश्य गंगा के स्वच्छता और जल गुणवत्ता पर जागरूकता फैलाना है।
वाराणसी के राजघाट पर नमामि गंगे के तत्वावधान में एक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया गया, जिसमें विभिन्न संस्थाओं ने भाग लिया। नमामि गंगे जिला संयोजक शिवम अग्रहरि ने दल का स्वागत किया और नमामि गंगे के जनजागरण अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अभियान में आरएसएस की पर्यावरण गतिविधि, नगर निगम, गंगा टास्क फोर्स, नमामि गंगे और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर भागीदारी की। सभी ने गंगा की तलहटी से गंदगी साफ कर उसे उचित स्थान पर निस्तारित किया।
स्वच्छता अभियान के दौरान, लोगों ने स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर "गंगा साफ हो, हर हर गंगे" जैसे नारों के साथ गंगा निर्मलीकरण के लिए जनजागरण का संदेश दिया। लेफ्टिनेंट जनरल भट्ट ने बताया कि पिछले चार वर्षों से गंगा नदी से नियमित रूप से जल के नमूने एकत्र किए जा रहे हैं। एक दिन में तीन से चार नमूने लिए जाते हैं, जिन्हें लैब में जांच कर गंगाजल की गुणवत्ता का आकलन किया जाता है। वाराणसी में दो स्थानों से जल के नमूने लिए गए, जिनमें घुलित ऑक्सीजन की मात्रा 6 से 12 मिलीग्राम प्रति लीटर पाई गई, जो कि संतोषजनक है।
गंगा निर्मलीकरण के इस महाअभियान में युवा पीढ़ी की भागीदारी पर भी जोर दिया जा रहा है, जिससे इस अभियान को और सफल बनाया जा सके। गंगाजल की गुणवत्ता को नियमित रूप से जांचने के साथ-साथ इसे सुधारने के प्रयास जारी हैं। अतुल्य गंगा परिक्रमा की टीम ने अपने अगले पड़ाव के रूप में पटना के लिए प्रस्थान किया। इस अवसर पर आरएसएस, भाजपा, नगर निगम और गंगा टास्क फोर्स के कई प्रमुख सदस्य और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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