वाराणसी में महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु चौधरी ने विद्यालय, चिल्ड्रन विलेज और अस्पतालों का लिया जायजा

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वाराणसी। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु चौधरी ने जनपद वाराणसी में महिला, बालिका एवं स्वास्थ्य से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत परखी। निरीक्षण का उद्देश्य बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और महिला कल्याण योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना रहा।

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में मोटिवेशनल सेशन और शपथ
निरीक्षण की शुरुआत शिवपुर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय से हुई, जहां कुल 79 बालिकाएं उपस्थित पाई गईं। उपाध्यक्ष ने बालिकाओं के साथ मोटिवेशनल सेशन किया और उन्हें आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय की वार्डन विशाखा सिंह को निर्देश दिए गए कि प्रत्येक माह विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा बालिकाओं के लिए मोटिवेशनल स्पीच आयोजित कराई जाए। इसके साथ ही बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत सभी बालिकाओं को बाल विवाह न करने की शपथ दिलाई गई और इस सामाजिक कुरीति के खिलाफ जागरूक किया गया। विद्यालय में साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गईं।

एसओएस चिल्ड्रन विलेज और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण
विद्यालय निरीक्षण के बाद उपाध्यक्ष ने चौबेपुर स्थित एसओएस चिल्ड्रन विलेज का दौरा किया। यहां कुल 118 बच्चे आवासित पाए गए। संस्था में बच्चों को घर जैसा वातावरण देने की व्यवस्था को सराहनीय बताया गया, वहीं शिक्षा और साफ-सफाई की स्थिति भी उचित पाई गई। इसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिराइगांव का निरीक्षण किया गया, जहां मरीजों की संख्या और स्वास्थ्य सेवाएं संतोषजनक रहीं। हालांकि साफ-सफाई व्यवस्था में और सुधार लाने के निर्देश दिए गए।

जिला महिला चिकित्सालय में सुविधाओं की समीक्षा
अंत में कबीरचौरा स्थित जिला महिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया। यहां प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीता वर्मा और डॉ. अलका सिंह ने महिला वार्ड, सिजेरियन वार्ड और स्पेशल वार्ड का निरीक्षण कराया। अस्पताल में साफ-सफाई की व्यवस्था बहुत अच्छी पाई गई और मरीजों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। चिकित्सकों ने बताया कि अस्पताल में प्रतिमाह लगभग 400 महिलाओं की डिलीवरी हो रही है। उपाध्यक्ष ने मरीजों से बातचीत कर उन्हें मिल रही सुविधाओं की जानकारी भी ली।

सुमंगला योजना को लेकर जागरूकता पर जोर
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री सुमंगला योजना के बारे में पूछे जाने पर महिलाओं को इसकी पर्याप्त जानकारी नहीं होने की बात सामने आई। इस पर उपाध्यक्ष ने निर्देश दिया कि अस्पताल में एक हेल्प डेस्क स्थापित की जाए, ताकि जन्म लेने वाली सभी बालिकाओं का योजना में पंजीकरण सुनिश्चित किया जा सके और पात्र परिवारों को योजना का लाभ मिल सके।

निरीक्षण के दौरान महिला कल्याण विभाग की संरक्षण अधिकारी निरुपमा सिंह तथा महिला थाने से उप निरीक्षक प्रतिभा चौहान भी मौजूद रहीं।

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